कानपुरः धर्मांतरण का मामला इन दिनों तेजी से प्रदेश में ऊभर कर सामने आ रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आ रही धर्म परिवर्तन की खबरों में सबसे अहम कानपुर को माना जा रहा है। यहां धर्मांतरण की कई गतिविधियां उजागर हुईं हैं।
इस बीच एक परिवार ने पैसे देकर धर्मांतरण का दबाव बनाने वालो पर आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार ने इसके लिए बजरंगदल के कार्यकर्ताओं से शिकायत की। बुधवार को बजरंगदल के सैकड़ों कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के मोहल्ले में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। हंगामा धीरे-धीरे बढ़ता गया, जिसको देखते हुए कई थानों की सीआरपीएफ और पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर कार्यकर्ताओं को शांत करवाया।
दरअसल, बर्रा थाना क्षेत्र के वरुण विहार इलाके में एक बड़ी तदाद में मुस्लिम आबादी रहती है। इस आबादी के बीच एक पीड़ित परिवार बेटियों के साथ रहता है। परिवार का आरोप है कि आसपास के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग हमारे परिवार को पैसे देकर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाते हैं। बेटियों के साथ अक्सर छेड़छाड़ करते हैं। हम जब उनकी इस हरकत का विरोध करते हैं तो वे गाली-गलौज करते हैं। छेड़छाड़ के डर से बेटियां भी घर से बाहर नहीं निकलती हैं।
पीड़ित परिवार ने बेटियों के साथ छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने बजरंगदल के कार्यकर्ताओं के दबाव में 354 में एफआईआर दर्ज कर ली थी, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही थी। जिसकी वजह से आरोपियों के हौसले बुलंद थे। आरोपी लगातार पीड़ित परिवार पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
20 हजार रुपये देकर धर्मांतरण का दबाव
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि ये लोग कहते हैं कि अपना धर्म छोड़कर हमारे धर्म में शामिल हो जाओ। हमने धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया तो कहते हैं कि 20 हजार रुपये लेकर धर्मांतरण कर लो। हमने विरोध किया तो कहते हैं कि यहां पर रहना मुश्किल कर देंगे। बेटियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं, उनका हाथ पकड़ कर घसीटते हैं। घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
पुलिस ने दिखाई लापरवाही
बजरंगदल के जिला संयोजक दिलीप सिंह बजरंगी के मुताबिक, हमारे परिवार की कुछ बहने हैं। जिनको क्षेत्र में रहने वाले दूसरे समुदाय के लोग धर्म परिवर्तन, छेड़छाड़ करके परेशान करते थे। इसकी तहरीर बर्रा थाने में दी गई थी। पुलिस ने तहरीर पर एफआईआर दर्ज नहीं की थी, लेकिन संगठन के दबाव में आकर 354 में केस दर्ज किया था। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की है, जिसकी वजह से पीड़ित परिवार को परेशान करते हैं।
पलायन नहीं करने देंगे
उन्होने बताया कि पूर्व में मैंने बर्रा इंस्पेक्टर को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया था। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। हम लोग थाने और एसीपी को अवगत करा कर यहां पर आए हुए हैं। हम अपने समाज को आहत नहीं होने देंगे। हम अपने समाज को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने देंगे और ना ही उनको पलायन करने देंगे। एक शख्स को हमने पकड़कर पुलिस के हवाले किया है, जो इस घटना में शामिल था। वहीं, इस घटना के संबंध में बर्रा के कार्यवाहक थानाध्यक्ष का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।