कोलकाता। देश के किसी भी हिस्से में जब चुनाव आने वाले होते हैं तो चुनाव से पहले ही पक्ष विपक्ष की गतिविधियां तेज हो जाती हैं। दोनों ही एक दूसरे पर खूब जुबानी हमला बोलते हैं। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा के चुनाव आने वाले हैं, लेकिन प्रक्रिया अभी से शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटें हैं और वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और यहां ममता बनर्जी की सरकार है। चुनाव से पहले ही भाजपा के द्वारा ममता सरकार को घेरने का काम शुरू हो गया है। बीते कल बंगाल में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के काफीले पर पत्थरबाजी भी हुई थी। बीजेपी इस समय लगातार ममता सरकार पर हमलावर हो रही है। जिसके चलते पश्चिम बंगाल में हो रही बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और हमले के बाद बीजेपी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
कल हुआ था बीजेपी अध्यक्ष दिलीप के काफीले पर हमला-
बता दें कि पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के जयगांव क्षेत्र में गुरुवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर पत्थर फेंके गए और काले झंडे दिखाए गए। जहां वह पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने गए थे। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कई कार्यकर्ताओं को घोष के खिलाफ नारे लगाते हुए देखा गया, जो उन्हें वहां से चले जाने को कह रहे थे। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि हमले में घोष का वाहन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस अधिकारियों के एक दल ने प्रदर्शनकारियों और भाजपा समर्थकों को तितर-बितर करने के बाद स्थिति को नियंत्रित किया। घोष ने बाद में संवाददाताओं से कहा, तृणमूल कांग्रेस और उनके सहयोगी हताश हो रहे हैं, क्योंकि वे आगामी विधानसभा चुनावों में हार महसूस कर सकते हैं। हालांकि इस तरह की रणनीति काम नहीं करेगी, लोग हमारे साथ हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस घटना से पता चलता है कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। जिला तृणमूल कांग्रेस प्रमुख सौरव चक्रवर्ती ने हालांकि कहा कि घोष उत्तर बंगाल में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और उनकी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता इस घटना में शामिल नहीं था।
कार्यकर्ताओं की हत्या पर बीजेपी ने साधा निशाना-
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित हत्याओं के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘किसी तरह सत्ता में बने रहने के लिए यह हत्याओं का खेल खेला जा रहा है। पूरे पश्चिम बंगाल में बदलाव की लहर चल रही है और इससे वह बौखला गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता राज्य में ‘‘जंगलराज’’ फैला रहे हैं और ममता बनर्जी चुप हैं। भाटिया ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। भाजपा के इस प्रकार के आरोपों को तृणमूल कांग्रेस की सरकार लगातार खारिज करती रही है। कई भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम लेते हुए भाटिया ने आरोप लगाया कि सभी की हत्या राज्य की सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर की गई। पश्चिम बंगाल सरकार पर ‘‘साम्प्रदायिक और तुष्टीकरण’’ की राजनीति का आरोप लगाते हुए भाटिया ने कहा कि ममता बनर्जी राहिंग्याओं से ‘‘प्यार’’ करती हैं और देश से उन्हें बाहर निकाले जाने के खिलाफ बोलती हैं। जबकि भारतीय नागरिकों पर हमले होते हैं तो वह मुंह फेर लेती है।