नई दिल्ली। दिल्ली में शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कहा कि आपको नहीं लगता कि आप पर एक विचारधारा थोपी जा रही है। जहां तक मुझे लगता है कि आप लोगों को ऐसा लग रहा है कि जैसे आपकी स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है। लेकिन ऐसा महसूस करने वाले आप अकेले नहीं हैं बल्कि इस देश में मजदूर, शिक्षक, और लगभग हर कोई ऐसा ही महसूस कर रहा है।
राफेल डील पर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर निशाना कहा, पीएम मोदी चुप क्यों
देश ऐसा नहीं है: राहुल गांधी
बता दें कि आगे राहुल गांधी ने कहा कि मैं आप लोगों को बताना चहाता हूं कि ये देश ऐसा नहीं है। जहां पर सब पर एक ही तरह की विचारधारा को थोपा जाए। जहां तक शिक्षा प्रणाली का सवाल है दो चीज़े ऐसी हैं जहां पर समझौता नहीं किया जा सकता है। शिक्षकों को अपने आप में अभिव्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए और शिक्षकों को उनके अपने भविष्य के लिए दृष्टिकोण दिया जाना चाहिए। आगे राहुल ने कहा कि जब ओबामा ने कहा था कि अमेरिका के लिए असली चुनौती भारत से आने वाले इंजीनियर/डॉक्टर/ वकील हैं तो उन्होंने भारत की बिल्डिंग की नहीं बल्कि भारत की शिक्षा की प्रशंसा की थी। हमारी असली प्रणाली शिक्षा प्रणाली है।
राजधानी में कांग्रेस अध्यक्ष करीब ढाई हजार बुद्धिजीवियों से रूबरू हुए
वहीं उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षा को रणनीति संसाधन के तौर पर देखना चाहिए और इसके लिए प्रर्याप्त पैसा खर्च किया जाना चाहिए। आजादी के बाद से हर सरकार ने सफलता हासिल की है। राजधानी में कांग्रेस अध्यक्ष करीब ढाई हजार बुद्धिजीवियों से रूबरू हुए। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी जब सत्ता में आए थे तो उन्होंने एक व्यक्ति को एसपीजी को प्रमुख चुना था। कुछ समय बाद उसने मुझसे कहा कि वह यह पद छोड़ रहा है। उसने कहा कि मुझे आरएसएस के लोगों की सूची दी गई है, जिसे भर्ती करना है, मैंने ऐसा करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने मोहन भागवत को सुना। उन्होंने कहा कि हम पूरे देश को व्यवस्थित करने जा रहे हैं। मिस्टर मोहन भागवत क्या आप भगवान हैं, देश खुद अपने को संगठित करेगा। अगले कुछ महीनों में आपका सपना चकनाचूर हो जाएगा