वाराणसी: प्रधान मंत्री मोदी ने वाराणसी में बाढ़ की जानकारी ली। पीएम मोदी ने बुधवार को जिला प्रशासन को फोन कर बाढ़ की विस्तृत जानकारी ली। पीएम ने कहा बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाए। आपको बता दें की यूपी में कई जिलों में नदियों ने विकराल रूप लिया हुआ है। सबसे ज्यादा बाढ़ का खतरा और प्रकोप पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिल रहा है। यहां पानी शहरों और मोहल्लों में घुस गया है। लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे है। आज पीएम मोदी ने अपने क्षेत्र का हाल जाना।
गंगा खतरे के निशान के उपर
वाराणसी में गंगा और यमुना नदी खतरें के निशान के उपर बह रही है। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके बढ़ते जलस्तर से लगातार शहर और मोहल्लों में पानी भर रहा है। कई गांवों में इतना पानी भर गया है कि वहां का संपर्क ही टूट गया है।
41 गांवों में घुसा पानी
वाराणसी में 41 गांवों और 17 मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वाराणसी में इससे पहले 2013 में इस तरह की बाढ़ देखी गई थी। वाराणसी के साथ-साथ गाजीपुर, बलिया, भदोही, चंदौली, मिर्जापुर में भी बाढ़ का प्रकोप है। बलिया और गाजीपुर मार्ग सहित कई मुख्य रास्तों पर बाढ़ की वजह से आने जाने का रास्ता बंद हो चुका है। इसके साथ ही घाघरा नदी भी उफान पर है। मऊ, आजमगढ़, बलिया में बाढ़ के प्रकोप से लोग परेशान है। जौनपर जिले में भी गोमती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
काशी में गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।धीरे-धीरे काशी में पानी बढ़ता जा रहा है। काशी में जलस्तर 71.74 मीटर था। पिछले 10 घंटों में पानी का स्तर 14 सेंटीमीटर बढ़ा है।