टोक्यो। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घनिष्ठ मित्र जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को देश में होने वाले आम चुनावों में अपनी जीत साफतौर से नजर आ रही है। दरअसल 22 अक्टूबर को देश में मध्यावधि चुनाव होने हैं ,जिसको लेकर शिजों आबे ने ये संभावना जताई है कि इन चुनावों में उनकी जीत सुनिश्चित है। वहीं टोक्यों की लोकप्रिया गवर्नर यूरिका कोईक की नई पार्टी के बुरी तरह से हारने की संभावना है।
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया के साथ जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ये मध्यावधि चुनाव कराने का ऐलान किया है। इस चुनाव को लेकर उन्हें उम्मीद है कि कमजोर विपक्ष और उत्तर कोरिया पर कड़े रुख को लेकर जनता उनके हाथों में एक बार फिर जापान की बागडोर थमाएगी। इन मध्यावधि चुनावों को लेकर जापान के प्रमुख अखबार मैनिची शिम्बुन ने ताजा सर्वेक्षण किया है। इस सर्वेक्षण के तहत आबे की पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक को संसद की 456 सीटों में से 303 सीटें मिल सकती है।
वहीं, उनके गठबंधन की सहयोगी पार्टी कोमिटो को 30 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान है। इससे प्रभावशाली निचले सदन में आबे की सत्तारूढ़ पार्टी आसानी से बहुमत हासिल कर सकती है। सर्वे में टोक्यो की गवर्नर कोइक की नवगठित पार्टी ऑफ होप को कम समर्थन मिला है। उनकी पार्टी महज 54 सीटों पर ही सिमट सकती है। यह ताजा सर्वे 73 हजार से अधिक मतदाताओं पर शुक्रवार से रविवार तक के बीच में किया गया था।