नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। जिसके चलते किसान आंदोलन दिनों दिन उग्र होता जा रहा है। इसके साथ ही संसद में भी विपक्षी दलों द्वारा किसानों का मुद्दा उठाया जा रहा है। इसके साथ ही किसानों द्वारा महापंचायत की जा रही है। जिससे अधिक से अधिक संख्या में किसान आंदोलन से जुड़ सकें। इसके साथ ही आज फिर आप सांसद संजय सिंह ने किसानों का मुद्दा उठाया। इस दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा भी हुआ। जिसके चलते राज्यसभा में आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि किसानों को खालिस्तानी कहा जा रहा है। दिल्ली के बॉडर्स पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगा दिए गए हैं। ऐसा लगता है कि दुश्मन देश की सेना आने वाली है। सरकार को ऐसा करने की जरूरत क्या है।
किसान सरकार की नाक में नकेल डाल देंगे- संजय सिंह
बता दें कि किसानों के समर्थन में आप सांसद संजय सिंह लगातार सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। इसके साथ ही आप सांसद द्वारा कृषि कानूनों को वापस करने की भी मांग की जा रही है। इसके साथ ही संजय सिंह ने कहा कि किसानों पर आंसू गैस के गोले चलाए गए, पानी की बौछार की गई, उनको आतंकवादी कहा गया, उनको गद्दार और खालिस्तानी कहा गया। क्या सरकार के पास इन किसानों को फोन कॉल करने का पैसा तक नहीं है। जिनके पूर्वजों ने देश के लिए शहादत दी। उनके वंशजों को खालिस्तानी आतंकवादी कहां जा रहा है। यह तीनों काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे। इसके आगे उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगा दिए गए हैं, ऐसा लगता है कि दुश्मन देश की सेना आने वाली है। संजय सिंह ने आगे कहा कि सरकार कहती है कि किसानों को बिल समझ में नहीं आ रहा, सरकार की दिक्कत यह है कि किसानों को बिल समझ में आ गया है और इसी वजह से सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने होंगे। किसान सरकार की नाक में नकेल डाल देंगे।
कृषि कानून किसानों के लिए नहीं पूंजीपति मित्रों के लिए है- संजय सिंह
इसके साथ ही संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने साल 2019 के घोषणा पत्र में इस तरीके का कानून बनाने की बात कही थी। जिसके चलते जनता ने पार्टी को 55 सीटों पर पहुंचा दिया। बीजेपी ने तो लागू ही कर दिया है तो आपको पांच पर पहुंचा देगी। यह कानून किसानों के लिए नहीं लाया गया बल्कि चार पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कानून लाया गया।