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आप नेता आशीष खेतान ने इस्तीफे की वजह फेसबुक पर बयां की.

ashish khetan 1 आप नेता आशीष खेतान ने इस्तीफे की वजह फेसबुक पर बयां की.

आम आदमी पार्टी ‘आप’ से दो सीनियर नेताओं के इस्तीफे के बाद अब आशीष खेतान ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। आपको बता दें कि इसको लेकर सबसे तल्ख टिप्पणी प्रशांत भूषण व कुमार विश्वास ने की है। आमआदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया पर तंज कसा कि हम तो चंद्र गुप्त बनाने निकले थे,हमें क्या पता था चंदा गुप्ता बन जाएगा।

 

ashish khetan 1 आप नेता आशीष खेतान ने इस्तीफे की वजह फेसबुक पर बयां की.
आप नेता आशीष खेतान ने इस्तीफे की वजह फेसबुक पर बयां की.

आशीष खेतान ने फेसबुक पर पार्टी से इस्तीफे के बारे एक पोस्ट डाली है

प्रशांत भूषण ने इसको आंदोलन व संगठन को खत्म करने की यह केस स्टडी के तौर पर देखा है। जहां एक तरफ आप की एनआरआई सेल (नॉन रेजीडेंट ऑफ इंडिया) से जुड़े रहे लोगों ने भी केजरीवाल पर निशाना साधा है।आपोक बता दें कि आशीष खेतान ने फेसबुक पर पार्टी से इस्तीफे के बारे एक पोस्ट डाली है। पोस्ट में उन्होंने कहा है कि निजी वजहों से फिलहाल वह चुनावी व सक्रिय राजनीति से दूर हो रहे हैं।

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आगामी लोक सभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी ने उनसे पूछा था-खेतान

खेतान ने कहा कि  पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है।पार्टी में उन्हें पूरा प्यार व सम्मान मिला।खेतान ने कहा कि सक्रिय राजनीति से हटने को लोक सभा सीट की दावेदारी से जोडना खाली अफवाह है। उन्होंने लिखा है कि आगामी लोक सभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी ने उनसे पूछा था। लेकिन निजी वजहों से मना कर दिया था। इसमें खेतान ने बताया है कि वह वकालत के पेशे से जुड़ रहे हैं।

आशीष खेतान के इस्तीफे की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद कुमार विश्वास ने बुधवार सुबह एक कविता को ट्वीट किया

गौरतलब है कि आशीष खेतान के इस्तीफे की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद कुमार विश्वास ने बुधवार सुबह एक कविता को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि ‘’सब साथ चले, सब उत्सुक थे, तुमको आसन तक लाने में! कुछ सफल हुए ‘निर्वीर्य तुम्हें यह राजनीति समझाने में! इन आत्मप्रवंचित बौनों का दरबार बनाकर क्या पाया ? जो शिलालेख बनता उसको अखबार बनाकर क्या पाया” ?कुमार ने दूसरे ट्वीट में लिखा हैं कि “हम तो चंद्र गुप्त बनाने निकले थे, हमें क्या पता था चंदा गुप्ता बन जाएगा”।

एक व्यक्ति की अनैतिक महत्वाकांक्षा व विजन की कमी से सब-कुछ नष्ट हो गया है

मालूम हो कि दूसरी तरफ प्रशांत भूषण ने लिखा कि महान आदर्शों से प्रेरित होकर पार्टी बनाने वालों या इसका हिस्सा बनने वालों का मोहभंग होने सिलसिला चल निकला है। इनकी लिस्ट लंबी होती जा रही है। वह बड़ी उम्मीदों का पल था। लेकिन एक व्यक्ति की अनैतिक महत्वाकांक्षा व विजन की कमी से सब-कुछ नष्ट हो गया है।प्रशांत ने कहा कि यह  केस स्टडी हो सकती है कि किसी संगठन व आंदोलन को कैसे खत्म किया जाता है।

महेश कुमार यदुवंशी

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