नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आधार मामले को लेकर मंगलवार को सुनवाई हुई। इस दौरान पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने पीएम मोदी के दावोस में दिए भाषण को अपना हथियार बनाया। ममता सरकार की तरफ से वकील पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि दावोस में पीएम ने कहा था कि जो डाटा नियंत्रित करेगा वहीं दुनिया भी नियंत्रित कर सकेगा। कपिल ने संविधान पीठ के समक्ष अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने दावोस सम्मेलन में कहा था कि डाटा को नियंत्रित करने वाला ही ताकतवर होगा और वहीं दुनिया को आकार देगा।
पीएम के बयान को दोहारते हुए ममता सरकार के वकील ने कहा कि भारत में भी जो डाटा नियंत्रित करेगा वहीं देश को भी कंट्रोल करेगा। इससे सरकार वो करेगी जो वो पहले कभी नहीं कर सकी। सिब्बल ने कहा कि आधार से जुड़ा ये केस आजादी के बाद से सुप्रीम कोर्ट के सामने लाया गया सबसे अहम केस है। उन्होंने कहा कि मसला ये नहीं है कि सरकार का कितना पैसा बचेगा। बल्कि मसला तो ये है कि क्या नागरिकों के मूलभूत अधिकार छिन जाएंगे।