उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो बच्चों को जहर देकर खुदकुशी कर ली है। खबर है कि उसने बेरोजगारी के चलते इतना बड़ा कदम उठाया है। इस घटना में उसके दो बेटों की जान बच गई है। औद्योगिक शहर काशीपुर से सटे कुंडा के थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने बताया कि अंशुमान ने बेरोजगारी के कारण कर्जदारों के तगादों से परेशान हो गया था।
न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिंह के घर में कल कुछ खाने को नहीं था जिसके बाद वह बाहर से कुछ धन की व्यवस्था करने की बात कहकर निकला। दोपहर को वापस आने के बाद उसने अपनी पत्नी सरिता (30), बडी बेटी दिव्यांशी (15), मंझली बेटी हिमांशी (14), छोटी बेटी आर्या (10) और इकलौते पुत्र रूद्रप्रताप (13) को जबरन जहर खिलाने के बाद स्वयं भी उसका सेवन कर लिया।
हांलांकि, आर्या और रूद्रप्रताप ने जहर थूक दिया और बाहर भाग निकले। बाहर जाकर उन्होंने इसकी जानकारी अपने मकान मालिक को दे दी। मकान मालिक के मौके पर पहुंचने तक अंशुमान सिंह और दिव्यांशी की मौत हो चुकी थी। सरिता तथा हिमांशी की हालत खराब थी।
सरिता और हिमांशी को मकान मालिक ने सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान आज सुबह उनकी भी मौत हो गयी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह बेरोजगार था और काशीपुर स्थित सूर्या रोशनी में काम करने वाली सरिता की नौकरी भी उसने कुछ दिनों पहले छुडवा दी थी जिससे घर के हालात बहुत खराब हो गये थे जबकि कर्जदार भी रोज तगादा कर रहे थे।
अंसुमान मूलरूप से कानपुर का रहने वाला था और वहां भी उसने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। दो साल पहले वह यहां काम के लिए आकर बसा था।