बांदा। देश में आए दिन आत्महत्या करने के मामले ज्यादा सूनने को मिल रहे हैं। आज के समय में लोग थोड़ी सी भी परेशानी होने पर अपनी जान देने जैसा खतरनाक कदम उठा लेते हैं। पता नही क्यों लोगों में किसी भी समस्या करने की क्षमता खत्म हो गई है। ऐसा ही कुछ बांदा जिले में देखने को मिला है, जहां शनिवार को अलग-अलग क्षेत्रों में दो युवकों ने फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद घटना का जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कर्जा न चुकाने के कारएा की आत्महत्या-
बता दें कि आज के समय में लोग थोड़ी समस्या होने पर आत्महत्या जैसा खतरनाक कम उठा लेते हैं। ऐसा ही कुछ बांदा जिले में दो युवकों ने किया है। जिसके चलते इस मामले में देहात कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने रविवार को बताया कि पचनेही गांव में 22 वर्षीय मोहित तिवारी ने शनिवार को अपने मकान के कमरे में गमछे से फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही प्रभारी निरीक्षक ने मृत युवक के पिता लालू तिवारी के हवाले से बताया कि उसने गांव के कुछ लोगों से ब्याज पर करीब दो लाख रुपये का कर्ज ले रखा था। कर्ज वापसी के दबाव से परेशान होकर उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच की जा रही है।
बिमारी की वजह से युवक ने की आत्महत्या-
वहीं दूसरे युवक के आत्महत्या करने के मामले में नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जयश्याम शुक्ला ने बताया कि बीमारी से परेशान होकर 21 वर्षीय मनीष वर्मा ने बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मिली जानकारी के अनुसार वर्मा पिछले छह महीने से बीमार था। अधिकारी ने मृतक के चाचा रामनरेश के हवाले से कहा कि परिवार की आर्थिक हालत ठीक न होने पर जरूरी इलाज नहीं हो सका।