आगरा: जिले के खंदौली थानाक्षेत्र के नहर्रा गांव में दारोगा प्रशांत कुमार यादव को गोली मारकर भागने वाले विश्वनाथ सिंह पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। आईजी रेंज ए. सतीश गणेश ने इसकी घोषणा की है।
पुलिस जगह-जगह दे रही दबिश
वहीं आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। पुलिस की छापेमारी से पूरे गांव में शांति छाई हुई है। लोग घरों में दुबक गए हैं। वहीं आरोपित के परिजन और रिश्तेदार गांव छोड़कर भाग गए हैं। उनके घरों में ताले पड़े हुए हैं।
पुलिस की टीमों ने बुधवार को रातभर आगरा, हाथरस, अलीगढ़ और मथुरा में दबिश दी थी। इस दौरान पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया था। वहीं हत्यारे विश्वनाथ सिंह के बड़े भाई को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
करीबियों पर कसा जा रहा शिकंजा
इधर, पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी हत्यारोपी विश्वनाथ का सुराग नहीं लग सका है। वो कहां छिपा हुआ है ये किसी को पता नहीं है।
मामले की जानकारी देते हुए आईजी रेंज ने बताया कि आरोपित विश्वनाथ पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने उसके करीबियों पर शिकंजा कस दिया है।
भाइयों को समझाने पहुंचे थे दारोगा
बता दें कि आगरा के नहर्रा गांव में दो भाइयों के बीच आलू खुदाई को लेकर तनाव हो गया था। वो दोनों एक दूसरे से लड़ाई कर रहे थे।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना खंदौली थाने में तैनात दारोगा प्रशांत कुमार यादव को दी थी। जानकारी मिलते ही दारोगा प्रशांत दोनों भाइयों को शांत कराने खेत में पहुंचे। इस बीच छोटे भाई विश्वनाथ सिंह ने मेड़ पर चढ़कर तमंचे से फायर कर दिया।
इससे गोली सीधे दारोगा प्रशांत कुमार यादव के गर्दन पर लगी और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।