यूपी के ताजनगरी आगरा में डेंगू अब विकराल रूप लेता जा रहा है आगरा के एस एन मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों में शॉक सिंड्रोम के सिम्टम्स पाए गए हैं जो कि बच्चों के अंदर एक जानलेवा स्तर पर पाया जा रहा है जिसको लेकर एस एन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर इस पर काबू पाने का दावा कर रहे हैं। आगरा में भी अब डेंगू के आंकड़े एक डराने लगे हैं अगर बात की जाए एसएन मेडिकल कॉलेज की तो वहां पर 12 नए मरीज वायरल फीवर और डेंगू से ग्रसित पाए गए हैं। जिनमें डेंगू की पुष्टि हो गई है।
इसके साथ ही आगरा में बच्चों में शॉक सिंड्रोम का भी असर देखा जा रहा है। आप को बता दें कि शॉक सिंड्रोम डेंगू का उच्चतम स्तर है जो कि जानलेवा साबित हो रहा है। फिलहाल अभी शॉक सिंड्रोम से किसी मरीज की मृत्यु न होने का दावा एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कर रहे हैं। इसके बावजूद भी अब शॉक सिंड्रोम के आंकड़े दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। एसएन मेडिकल के स्पेशलिस्ट डॉक्टर नीरज यादव ने बातचीत के दौरान बताया कि सबसे कम हो जाने के बाद बच्चों के फेफड़ों में पानी भर जाना ऑक्सीजन की कमी होना आम बात है। इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है जिसके अंतर्गत पूरे बांह के कपड़े और मच्छरों से बचाव भी मुख्य कारण बचाव बताया गया है ।
वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि ताज नगरी आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में डेंगू और वायरल फीवर से बचाव के लिए मेडिसिन विभाग में 24 बेड का वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा 16 बेड का एक अन्य वॉड भी बनाया गया है। डॉक्टर यह दावा कर रहे हैं कि आगरा में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है पर अगर प्राइवेट अस्पतालों की बात की जाए तो ताज नगरी आगरा में आंकड़े भयावह साबित हो सकते हैं। फिलहाल प्रशासन स्तर पर इसको रोकने के जो कदम उठाए गए हैं वह नाकाफी साबित हो रहे हैं ।