मेरठ। नोटबंदी के बाद से कालाधन को सफेद करने की खबरें अक्सर आती रहती है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आया जिसके चलते परिवार की नींद ही उड़ गई है। दरअसल मेरठ के एक महिला के जनधन खाते में रातों रात 99 करोड़ 99 लाख रुपये आ गये जिसके बाद पूरा परिवार सकते में है। इस बात की जानकारी मिलते ही महिला ने बैंक अधिकारियों को इस मामले में जानकारी दी लेकिन शिकायत पर कोई सुनवाई न होने पर पीड़िता के पति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
इस महिला का नाम शीतल है और वो फैक्ट्री में 5,000 रुपये प्रति महीना की तनख्वाह पर काम करती है जबकि उसका पति जिलेन्द्र सिंह यादव एक कंपनी में काफी कम सैलरी पर नौकरी करता है। ऐसे में अकाउंट में अचानक करोड़ो रुपये के आ जाना अपने आप में ही कालाधन के कुबेरों की ओर इशारा करता है। इस महिला ने 2015 में ब्रह्मपुरी स्थित सहायक केंद्र के जरिए एसबीआई की शारदा रोड शाखा में जनधन खाता खुलवाया था।
अब निकाल सकेंगे केवल 10 हजार रुपये महीना
जानकारी के मुताबिक 18 दिसंबर को शीतल अपना खाते में बैलेंस पता करने आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम पर गई जिसके बाद हाथों में स्लिप के आते ही उसके होश उड़ गए। जिसके बाद घबराई शीतल ने शारदा रोड स्थित एसबीआई में मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई लेकिन किसी ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जिसके बाद उसने पीएमओ को ई- मेल भेजकर सहायता मांगी है।
जनधन खाते पर कालाधन के कुबेरों की नजर
बता दें कि नोटबंदी के बाद से जनधन खाते में पैसा जमा कराने की कई वारदातें सामने आ रही है जिसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जन धन खातों से अब पैसे निकालने की सीमा तय कर दी है जिसके अनुसार अब इन खातों से महज दस हजार रुपए प्रतिमाह निकाले जा सकेंगे, इसके साथ ही आरबीआई ने कहा है कि खास समयों पर इस सीमा को बढ़ाया भी जा सकता है।
(राहुल गुप्ता, संवाददाता)