नई दिल्ली। राजनीतिक दलों के हर नेता पर निगाह रखने वाले संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने देश के 31 मुख्यमंत्रियों की संपत्ति को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई है। एडिआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत के 25 फीसदी मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक केस दर्ज हैं, जबकी इनमें से 81 फीसदी मुख्यमत्रियों की संपत्ति करोड़ो में है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू हैं, जिनकी कूल संपत्ति 177 करोड़ 48 लाख रुपये की है।
इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू सबसे धनी सीएम हैं इनकी कुल संपत्ति 129 करोड़ 57 लाख रुपये की है। वहीं तीसरे पायदान पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं, जिनकी कुल संपत्ति 48 करोड़ 31 लाख रुपये की है। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 6.27 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ 14वें स्थान पर है। 15वें स्थान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हैं। उनकी संपत्ति 5.61 करोड़ रुपए है। रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 16.18 करोड़ रुपए है।
वहीं सबसे कम संपत्ति वाले मुख्यमंत्री त्रिपुरा के माणिक सरकार हैं। उनकी संपत्ति मात्र 27 लाख रुपए की है। उनसे ठीक ऊपर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, जिनकी संपत्ति 30 लाख रुपए है। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पास 55 लाख रुपए की संपत्ति है और वह सबसे कम धनी मुख्यमंत्रियों में शामिल हैं। वही, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 95.98 लाख की संपत्ति के साथ छठवें सबसे गरीब सीएम हैं
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि देश के करीब 35 प्रतिशत मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 ने स्वयं के खिलाफ आपराधिक मामले दायर होने की घोषणा की है, जोकी कुल संख्या का 35 प्रतिशत है। इसमें से 26 प्रतिशत के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।