बच्चे सुपरहीरो को काफी पसंद करते हैं। बच्चे खिलौने भी सुपरहीरो के ही पसंद करते हैं। लेकिन कुछ लोग आज भी अपनी कलाकारी से बच्चों के लिए लकड़ी के खिलौने बना रहे हैं जो बिलकुल अलग होते हैं। अलग खुशी देते हैं। लोकल क्षेत्रों में ऐसे लोग आपको देखने को मिल जाएगें। केरल के 80 साल के बुजुर्ग अब्दुक्का भी ऐसे ही लोगो में से हैं। अब्दुक्का को लोग प्यार से अब्दु बुलाते हैं। जो केरल के वायनाड में रहते हैं। अब्दुक्का 40 साल से बच्चों के लिए लकड़ी के खिलौने बना रहे है।
पहली बार रोते हुए बच्चे के लिए बनाया खिलौना
40 साल पहले केरल के अब्दुक्का ने बच्चो के लिए खिलौने बनाने तब शुरू किए जब उन्होंने एक बच्चे को रोता हुआ देखा। तो उन्होंने उस बच्चे के लिए एक लकड़ी का बड़ा खूबसूरत खिलौना बनाया। वो बताया कि, ‘बचपन के दिनों मैं अपनी मां के लिए हैंड कार्ट बनाता था। उन्होंने बताया कि उनके घर एक दो साल का बच्चा आया हुआ था और वह रोने लगा। तो मैंने कुछ स्क्रैप उठाए और लकड़ी के जरिए उसके लिए एक खिलौना बना दिया। जब मैंने वो खिलौना उसे दिया तो उसने रोना ही बंद कर दिया।’
घर पर ही बनायीं वर्कशॉप
अब्दु कहते हैं, ‘कुछ लोग मेरे द्वारा बनाए गए खिलौने देखने के बाद कहते हैं कि अगर मैं पढ़ा होता तो जरूर एक इंजीनियर होता।’ अब्दु ट्रैक्टर, एयरप्लेन, ऑटोरिक्शा, लॉरी, बस ये सब बना लेते हैं। इन खिलौनों को बनाने के लिए उन्होंने घर पर ही एक वर्कशॉप खोल रखी है। बच्चे उनके घर ही आते हैं।
ऐसे कलाकार बहुत कम हैं
जानकारी के लिए बता दें कि अब्दु जैसा आर्टवर्क करने वाले कलाकार आज के दौर में बहुत कम हैं। हर किसी को प्लास्टिक के खिलौनों से मोहब्बत है। लेकिन अब्दु के खिलौने इको फ्रेंडली हैं।
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