नई दिल्ली। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के संस्थापक जाकिर नाइक और आईएस के संबंधों का एक और प्रत्यक्ष सामने आया है। खबरों के अनुसार जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की ओर से आईएस के संदिग्ध आतंकी अनस खान को स्कॉलरशिप के तौर पर 80 हजार रुपए दिए गए। इस बात का खुलासा एनआईए ने किया है। इस खुलासे के बाद सरकार अब नाइक के खिलाफ एंटी टेरर लॉज के आधार पर कार्यवाही किया जा सकता है, इससे पहले हाल के दिनों में संस्था को सरकार ने पांच सालों के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
आपको बता दें कि जाकिर नाइक भड़काऊ तकरीरों को लेकर चर्चा में आए और उनके प्रतिबंध को लेकर देश में आवाजें उठने लगी थीं। जाकिर कुछ दिन तक देश से बाहर भी थे। आईएस के आतंकी अनस को 80 हजार का स्कॉलरशिप देने के बाद से अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या जाकिर नाइक के आईएस के साथ भी संबंध हैं। एनआईए ने अपने खुलासे में कहा है कि संदिग्ध आतंकी अनस को स्कॉलरशिप तब भेजे गए जब आईएस जॉइन करने के मकसद से सीरिया जाने की तैयारी में था।
गौरतलब है कि खुलासे में पता चला है कि उसके द्वारा आईआएफ के वेबसाइट पर स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया था। ऐसा माना जा रहा है कि संस्थ को अनस के आईएस में शामिल होने के बारे में जानकारी थी, और इससे यह भी स्पष्ट होता है कि नाइक की संस्था और आईएस के बीच कोई संबंध जरुर है।