देहरादून। डेढ़ साल के बच्चे और नाबालिग सहित दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। उत्तराखंड में पर्वतीय मार्गों और मैदानों पर अधिकारियों द्वारा किए जा रहे सुरक्षा उपायों पर मंगलवार को हुए दो हादसों में हुई मौतों ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहला हादसा टिहरी जिले के नैनबाग के पास सुबह 5.30 बजे हुआ जहां एक स्विफ्ट कार सड़क से 350 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में मृतकों की पहचान कार के मालिक और मालिक बाबूराम गौड़ (46), दर्शनी देवी (45), रीना (28), 17 वर्षीय हैप्पी गौड़ और डेढ़ साल के बच्चे के रूप में हुई है। लड़की शानू।
घायलों – बबीता (30) और अंकुश (20) को हेलीकॉप्टर द्वारा ऋषिकेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भेजा गया। नैनबाग पुलिस चौकी प्रभारी हिम्मत सिंह ने कहा कि सभी मृतक और घायल लाखामंडल के एक ही परिवार के हैं।
उन्होंने कहा कि मृतक बाबूराम गौड़ की भाभी ने सोमवार को जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उसे इलाज के लिए देहरादून ले आए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसा होने पर परिजन उसका शव वापस लखमण्डल स्थित उनके आवास पर ले जा रहे थे। जबकि शव को एम्बुलेंस में ले जाया गया था, परिवार के सात सदस्य एक कार में पीछे थे।