जम्मू-कश्मीर। एक तरफ पीएम मोदी अपने हर भाषण में गौरक्षा के नाम पर होने वाली हिंसा की निंदा करते रहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ गौरक्षा कि नाम पर बेगुनाहों को पीटने का मामला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी ये मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बीते रविवार को जम्मू-कश्मीर में एक 70 साल के बुजुर्ग लाल हुसैन को गौरक्षकों ने सिर्फ इसलिए पीटा कि वो गाय के पीछे चल रहा था। गौरक्षकों ने बुजुर्ग को इतनी बेरहमी से पीटा की उन्हें गंभीर चोटे आई हैं। जिस वक्त लाल हुसैन गाय के पीछे चल रहा था तभी गौरक्षकों ने उसे सिर्फ इसलिए पीटा कि उन्हें लगा कि शायद वो गाय उसी की है।
बता दें कि लाल हुसैन का कहना है कि उन्हें तो ये तक नहीं पता था कि उन्हें क्यों पीटा जा रहा है। उनका कहना है कि मुझे बूरी तरह पीटा गया। जिसमें मुझे गंभीर चोटे भी आई। उसके बाद उन्हें मरने के लिए गौरक्षक एक नाली में फेंक कर चले गए। जहां से कुछ लोगों ने उन्हें निकाल कर घर पहुंचाया। हुसैन एक खानाबदोश गुज्जर हैं। उनका कहना है कि उनके पास कोई गाय नहीं है। उनके पास तो सिर्फ एक भैंस और कुछ बकरियां है जिन्हें वो कुछ टाइम पहले बैच चुका है।
वहीं हुसैन पर हमला तब हुआ जब वे कुछ पैसों को जमा करने के लिए बैंक जा रहे थे। उन पर राजौरी के बकोरी में हमला हुआ हैं। गौ रक्षको ने हुसैन पर हमला करने के साथ ही, उनका नकदी से भरा बैग,मोबाइल और शॉल भी लूट लिया। गौ रक्षक झुण्ड में आये थे जिनमे कई लोग युवा थे। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।