लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती मामले में अब माहौल और बिगड़ता दिखाई दे रहा है। बुधवार सुबह सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास के बाहर पहुंचे। उनके हाथों में कथित आरक्षण घोटाले से संबंधित तख्तियां थीं। जिसमें 27 प्रतिशत और 21 प्रतिशत आरक्षण की मांग को पूरा करने की बात कही गई थी।
लाठीचार्ज के बाद हिरासत में लिए गए अभ्यर्थी
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आरक्षण प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस भर्ती में ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को 27 प्रतिशत के स्थान पर 3.86 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
बुधवार को प्रदर्शन में जुटे अभ्यर्थियों पर पहले लाठीचार्ज किया गया, फिर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। वहीं दलित वर्ग को 21 प्रतिशत के स्थान पर 16.6 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस घोटाले को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी अपनी अंतरिम रिपोर्ट में माना है।
22 जून को दिया था महाधरना
वहीं बीते 22 जून को राजधानी स्थित एससीईआरटी कार्यालय पर अभ्यर्थियों ने आरक्षण घोटाले के विरोध में महाधरना दिया था। सैकड़ों की संख्या में पूरे प्रदेश से आए अभ्यर्थी इसमें शामिल हुए थे और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की थी।