प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती में दिव्यांगों के लिए चार फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर पिछले दो माह से लगातार प्रदर्शन जारी है। कड़कड़ाती ठंड में भी दिव्यांग प्रयागराज के बेसिक शिक्षा निदेशालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।
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अपनी मांगों को लेकर 14 दिसंबर, 2020 से धरने पर बैठे दिव्यांगों का कहना है कि प्रदेश सरकार को हर हाल में दिव्यांग अभ्यर्थियों को बेसिक शिक्षा भर्ती में 4 फीसदी आरक्षण देना चाहिएl उनकी मांग है कि हमें इसके लिए आवश्वासन नहीं बल्कि लिखित में आदेश चाहिए।
इस भर्ती में नहीं दिया जा रहा आरक्षण
प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग अभ्यर्थियों का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से हम लोगों को साल 2016 में ही चार फीसदी आरक्षण का लाभ दिए जाने का ऐलान किया गया था। यूपी सरकार ने भी सितंबर, 2018 में चार प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिए जाने का अध्यादेश पास कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी हम लोगों को इस भर्ती में पूरा आरक्षण नहीं दिया जा रहा है।
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की तरफ से चार फीसदी आरक्षण न दिए जाने की वजह से हजारों अभ्यर्थी इस शिक्षक भर्ती से बाहर हो गए हैं। विभाग की तरफ से दिव्यांगों का हक मारकर इनकी जगह पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को लाभ दिया गया है।
लिखित में आदेश मिलने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
उनकी मांग है कि उन्हें आरपीडब्ल्यूडी एक्ट 2016 के तहत चार फीसदी आरक्षण दिया जाए। हालांकि, बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया है कि वह सब अपने घर जाएं और उन्हें नियुक्ति पत्र मिलेगा। मगर, प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उन्हें लिखित में आदेश नहीं मिल जाता, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने 5 दिसंबर, 2018 को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का नोटिफिकेशन जारी किया, जिसकी परीक्षा 6 जनवरी, 2019 को संपन्न हुई। इस परीक्षा का परिणाम 12 मई, 2020 को जारी किया गया था। इस भर्ती प्रक्रिया की अंतिम चयन सूची 1 जून, 2020 को जारी की गई, जिसमें सरकार द्वारा जारी किए गए 65 फीसदी कटऑफ को लेकर काफी बवाल हुआ। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, लेकिन अब इस भर्ती प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।