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एनडीआरएफ की 56 टीमें 5 राज्यों में बाढ़ राहत में जुटीं

NDRF एनडीआरएफ की 56 टीमें 5 राज्यों में बाढ़ राहत में जुटीं

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) पूरे जोर-शोर से बचाव और राहत कार्य में जुटा है। संबंधित राज्य प्रशासन को बचाव और राहत कार्य में सहयोग के लिए विभिन्न राज्यों के बाढ़ वाले क्षेत्रों में एनडीआरएफ की 56 राहत टीमें काम कर रही हैं। यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, एनडीआरएफ के बचावकर्मी फंसे हुए लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध करा रही हैं।

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बयान के अनुसार, बिहार में बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात हैं। 21 अगस्त को एनडीआरएफ टीमों ने दीदारगंज से 3400, बख्तियारपुर से 580, दानापुर से 545, छपरा से 380, वैशाली से 355 और पटना के मनेर से 15 लोगों को सुरक्षित निकाला है। बाढ़ बचाव और राहत कामों की निगरानी के लिए एनडीआरएफ के डीआईजी एसएस गुलेरिया और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में एनडीआरएफ की 11 बचाव टीमें तैनात हैं। एनडीआरएफ टीमों ने 21 अगस्त को बलिया से 275, वाराणसी से 275 और चित्रकूट से 325 लोगों को सुरक्षित निकाला। जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री वितरित की और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई। बयान के अनुसार, मध्यप्रदेश में एनडीआरएफ की सात बचाव टीमें पहले से तैनात हैं। बचाव दल ने 21 अगस्त को रीवा जिले से 147 लोगों को सुरक्षित निकाला।

मानसून के मद्देनजर सिक्किम में एनडीआरएफ की एक टीम पहले से ही तैनात कर दी गई है। उसने पूर्वी सिक्किम के लिंगदांग और तिंगबुंग गांव में बचाव और राहत काम चालू किए हैं। वहां 21 अगस्त को 450 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बयान के अनुसार, एनडीआरएफ की टीमें देश के विभिन्न बाढ़ वाले इलाकों से अबतक 26,400 लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी हैं।

दिल्ली में एनडीआरएफ ने 24 घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जो हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है तथा अन्य एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है।

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