लखनऊ: कोरोना काल में जान गंवाने वाले 18 में सात परिवारों को 50 लाख रुपए के मुआवजे के लिए स्वीकृत मिल गई है। जिला प्रशासन ने शासन को 18 नामों की लिस्ट भेजी है। यह सभी कर्मचारी कोरोना के रोकथाम और उपचार में कार्य करते हुए संक्रमित हुए थे जिसके बाद इनकी मृत्यु हो गई थी।
कोरोना वारियर्स इस सूची में नहीं
जिन कर्मचारियों के परिवारों को शासन ने चिह्रित किया है। उनमें चिकित्सा विभाग के फ्रंट लाइन वर्करों को शामिल नहीं किया गया है। उन कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलग योजना है। जिसके तहत उनकों लाभ दिया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने बयान जारी कर कहा है कि पहले दिन विस्तार से कर्मचारियों को एकमुश्त अनुग्रह धनराशि देने के लिए निर्देश जारी किए गए है। यह धनराशि कर्मचारियों के परिवारों को बराबर हिस्सों में बांटी जाएगी।
53 कर्मियों ने गंवाई है जान
53 कर्मचारियों ने चुनाव के दौरान गांवाई थी अपनी जान जबकि 20 कर्मियों ने विभागों से पंचायत ड्यूटी करते समय जान गंवाई थी। पंचायत चुनावों में जान गंवाने वालों कर्मियों को चिंह्रित किया गया है। जिला प्रशासन ने 53 ऐसे कर्मचारियों को चिंह्रित किया है। साथ सभी विभागों को आदेश दिया है कि वह अपने कर्मचारियों की रिपोर्ट पोर्टल पर उपलब्ध कराएं।