नई दिल्ली: ऐसे लोग जो शास्त्रों में काफी भरोसा करते हैं वह शुभ-अशुभ को भी जरूर मानते होंगे। ऐसे में कुछ भी करने से पहले विचार-विमर्श भी करतें होगे?
ऐसे लोग किसी भी वस्तु के इस्तेमाल पर भी सोचते जरूर होंगे कि यह हमारे लिए शुभ है या अशुभ? मान्यता है कि ऐसे लोग घर से बाहर निकलते समय भी इन बातों को अनुसरण अवश्य करते हैं। तो आइये जानते हैं कि ऐसी कौन-सी पांच वस्तुएं हैं जो अवित्र होते भी पवित्र है?
1. उच्छिष्ट — गाय का दूध ।
गाय का दूध पहले उसका बछड़ा पीकर उच्छिष्ट करता है। फिर भी वह पवित्र ओर शिव पर चढ़ता है।
2. शिव निर्माल्यं –
गंगा का जल
गंगा जी का अवतरण स्वर्ग से सीधा शिव जी के मस्तक पर हुआ। नियमानुसार शिव जी पर चढ़ायी हुई हर चीज़ निर्माल्य है पर गंगाजल पवित्र है।
3. वमनम्—
उल्टी — शहद..
मधुमख्खी जब फूलों का रस लेकर अपने छत्ते पर आती है , तब वो अपने मुख से उस रस की शहद के रूप में उल्टी करती है ,जो पवित्र कार्यों मे उपयोग किया जाता है।
4. शव कर्पटम्— रेशमी वस्त्र
धार्मिक कार्यों को सम्पादित करने के लिये पवित्रता की आवश्यकता रहती है , रेशमी वस्त्र को पवित्र माना गया है , पर रेशम को बनाने के लिये रेशमी कीडे़ को उबलते पानी में डाला जाता है ओर उसकी मौत हो जाती है उसके बाद रेशम मिलता है तो हुआ शव कर्पट फिर भी पवित्र है ।
5. काक विष्टा— कौए का मल
कौवा पीपल पेड़ों के फल खाता है ओर उन पेड़ों के बीज अपनी विष्टा में इधर उधर छोड़ देता है जिसमें से पेड़ों की उत्पत्ति होती है ,आपने देखा होगा की कही भी पीपल के पेड़ उगते नही हे बल्कि पीपल काक विष्टा से उगता है , फिर भी पवित्र है।