दिल्ली: कोरोना वायरस से पूरा देश पिछले एक साल से संघर्ष कर रहा है। ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए सरकार और देश के वैज्ञानिक इस वायरस के खिलाफ कई तरह की रणनीति बना रहे है। और देशवासियों की सुरक्षा के लिए हर रोज कोई नई तकनीकि और दवा इजात कर रहे है।
बच्चों की वैक्सीन का ट्रायल
खबरों की माने तो कई दावे किए गए कि भारत में कोविड की तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा खतरा पहुंचा सकती है। तो इसी विषय को ध्यान में रखकर दिल्ली एम्स ने छह साल से 12 साल तक के बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल करने जा रही है। बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल की स्क्रीनिंग आज से शुरू होगी। और यह ट्रायल स्क्रीनिंग दो दिनों के लिए होगी।
तीसरी लहर बच्चों को बना सकती है निशाना
कई एक्सपर्ट ने यह दावा भी किया था कि कोविड की तीसरी लहर बच्चों को निशाना बनाएगी। इसबात में कोई वैज्ञानिक दावा नहीं है। तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा संक्रमित करेंगी इसबात की भी कोई पुष्टि या शोध नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना, बच्चों को नहीं होगा नुकसान
फिलहाल सरकार और देश के वैज्ञानिक बच्चों के लिए कोई खतरा नहीं चाहते है। इसी लिए देश में और हर राज्य में बच्चों की वैक्सीन और दवा पर काम चल रहा है। जल्द ही 18 वर्ष की कम आयु के बच्चों के लिए जरूरी दवाएं और वैक्सीन के ट्रायल पूरे कर लिए जाएगे। सरकारे बच्चों को वैक्सीन लगाने की भी योजना बना चुकी है।