नई दिल्ली। रेलवे के लिए अब एक नया ऑर्डर जारी किया गया गया है। जिसके तहत कोई भी रेलवे अफसर वर्कर्स को नीजि कामों के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता है, ऑर्डर के तरह अभी भी जो ऐसा कर रहा है तो उसे तत्काल वर्कर्स की रिलीव देना होगा जिससे वह अपने मूल कामों पर लौट सके। इसके साथ ही अब रेलवे बोर्ड के चेयरमैन तथा मेंबर्स को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा।
नए ऑर्डर के तहत रेलवे चेयरमैन और मेंबर्स को मिलने वाले वीआईपी ट्रीटमेंट की गाइडलाइंस को तत्काल वापिस लिया जाए। इसके साथ जो अधिकारी रेलवे वर्कर्स को अपने नीजि कामों में अपने घरों में तैनात करते उन्हें भी कर्मचारियों को मुक्त करना होगा जिससे वह रेलवे के अन्य कामों पर वापिस लौट सके। इसके साथ ही रेलवे का दौरा करने के लिए गए किसी भी अफसर को कोई गिफ्ट नहीं दिया जाएगा।
वही अधिकारी की विजिट की आवाजाही के दौरान जनरल मैनेजर को मौके स्टेशन पर रहना अब अनिवार्य नहीं होगा। गौरतलब है कि इससे पहले रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा था कि अफसरों को आरामदायक तथा हाईक्लास डिब्बों में सफर कर देना अब छोड़ना होगा। उन्होंने कहा था कि अधिकारियों को अन्य लोगों के साथ सफर करना चाहिए ताकि वह लोगों की समस्याओं को पता कर सके।
पीयूष गोयल की तरफ से कहा जा चुका है कि सभी अधिकारियों को एक्जीक्यूटिव क्लास में सफर नहीं करना चाहिए उन्हें अन्य लोगों के साथ सफर करना चाहिए जिससे अन्य लोगों से वह अच्छे से घुल मिल सके। जिसमें रेलवे बोर्ड के मेंबर, जनरल मैनेजर, 50 डिविजनों के मैनेजर आदि शामिल हैं। वही अब 36 साल पुराने प्रोटोकॉल के तहत अधिकारियों को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलने वाला है। ऐसा इसलिए है क्योंकि साल 1981 में एक सर्कुलर जारी हुआ था जिसके तहत अधिकारियों का दौरा करते वक्त उन्हें जनरल मैनेजर रिसीव करते और छोड़ने के लिए जाते थे।