नरेन्द्र मोदी बचपन में आम बच्चों से बिल्कुल अलग थे। काम भी अलग तरह का कर जाते थे। एक बार वो घर के पास के शर्मिष्ठा तालाब से एक घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर लेकर आ गए। उनकी मां ने कहा बेटा इसे वापस छोड़ आओ, नरेंद्र इस पर राजी नहीं हुए। फिर मां ने समझाया कि अगर कोई तुम्हें मुझसे चुरा ले तो तुम पर और मेरे पर क्या बीतेगी, जरा सोचो। बात नरेंद्र को समझ में आ गई और वो उस घड़ियाल के बच्चे को तालाब में छोड़ आए।
वर्ष 2002 में गुजरात ही नहीं पूरे देश के इतिहास में वो काला अध्याय जुड़ गया जिसके बारे में किसी ने सोचा नहीं था। गोधरा में एक ट्रेन में सवार 50 हिंदुओं के जलने के बाद पूरे गुजरात में जो दंगे भड़के उसका कलंक मोदी आज तक नहीं धो पाए हैं।
26 मई 2014 को मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ली और ऐसे प्रधानमंत्री बने जिसने सभी लोगो का दिल जीत लिया। बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के लिए देशभर के 900 शहरों में 26 मई से लेकर 15 जून तक “मोदीफेस्ट” नामक महोत्सव की योजना बनाई हैं। मेकिंग ऑफ डेवलप्ड इंडिया(MODI) या मोदीफेस्ट नामक कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 मई को असम के गुवाहटी में करेंगे।
मोदी ने तीन साल में हर साल दिया नया नारा
पहले साल: नही दिया कोई नारा, सिर्फ लिखी चिट्ठी
दूसरे साल: मेरा देश बदल रहा हैं आगें बढ़ रहा हैं।
तीसरे साल: साथ हैं विश्वास हैं हो रहा विकास हैं।