कांग्रेस ने भारत-चीन के बीच गतिरोध पर सर्वदलीय बैठक को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। कांग्रेस का कहना है कि पूरे तीन साल बाद ये ख्याल आया है। बैठक से पहले कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा, ‘पिछले तीन साल से केंद्र सरकार को सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्ष को भरोसे में लेना चाहिए था। हमने लगातार दोहराया है कि देश की रक्षा हर मद्दे पर कांग्रेस सरकार के साथ है। यूपीए के शासन काल में हमने ये सुनिश्चित किया है कि इस तरह के गंभीर और संवेदनशील मामले में हम विपक्ष को विश्वास में लेते थे।
उन्होंने कहा है कि हम भाजपा सरकार को कहेंगे कि पूरी स्थिति से अवगत कराएं। अगर जरुरत पड़ी तो बैठक में कांग्रेस नेता तफसील से अपनी बात रखेंगे। हालांकि सरकार को तीन साल बाद इस तरह की सर्वदलीय बैठक बुलाने का ख्याल आया। दरअसल सिक्किम सेक्टर के डोकलम में भारत-चीन के बीच गतिरोध और सात अमरनाथ यात्रियों की हत्या के मद्देनजर केंद्र ने कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह विपक्षी पार्टियों को हालात से अवगत कराएंगे।
बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर होगी। बैठक का मकसद 17 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र से पहले दोनों मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों को विश्वास में लेना है। वहीं इस सिलसिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, जम्मू और कश्मीर मुद्दे पर भी चर्चा होगी, शर्मा ने कहा, ‘मैं इस पर चर्चा नहीं करने जा रहा हूं, क्योंकि यह बैठक एक खास मकसद को लेकर है। मुद्दे उठाने के लिए हमारे पास मंच के रूप में संसद है। जैसे ही सत्र शुरू होगा, इस मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा।’