जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी PDP के 3 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया हैं। दरअसल तीनो नेता पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के उस बयान से नाराज हैं। जिसमे उन्होंने तब तक तिरंगा न उठाने की बात कही जब तक कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिल जाता। तीनों नेताओ ने महबूबा मुफ़्ती के इस बयान से खफा होकर पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया हैं। इन तीनों नेताओं ने कहा है कि महबूबा मुफ़्ती के बयान से उनकी देशभक्ति की भावनाएं आहत हुई है।
PDP दफ्तर पर BJP कार्यकर्ताओं ने लहराया तिरंगा
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पीडीपी (PDP) के जम्मू कार्यालय पर तिरंगा फहरा दिया। सैकड़ों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता यहां तिरंगा लेकर इकट्ठा हुए और उन्होंने जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान का विरोध किया। इस सबके बीच पुलिस वहां मूकदर्शक बनकर खड़ी रही। बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए दोपहर को PDP कार्यालय पहुंचे। इनमें से कई PDP के झंडे वाले खंभे के पास की दीवार पर चढ़ गये। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फिर पोल पर तिरंगा झंडा लहरा दिया।
कानून मंत्री ने दिया महबूबा को जवाब
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महबूबा मुफ्ती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में 370 की बहाली कभी नहीं होगी। पार्टी ने महबूबा पर राष्ट्रविरोधी बयान देने का आरोप लगाया था। पार्टी ने पीडीपी प्रमुख के तिरंगे को लेकर दिए गए बयान की कड़ी निंदा की थी। वहीं जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को राष्ट्रीय ध्वज को लेकर भड़काऊ और गैर जिम्मेदाराना बयान देने से बचने की सलाह दी थी।
महबूबा मुफ्ती का हमलावर अंदाज
बता दें कि शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनकी पार्टी पिछले साल अगस्त में केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए विशेष राज्य के दर्जे को फिर से पाने के लिए कोई भी संवैधानिक लड़ाई लड़ना नहीं छोड़ेगी। महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर बोलते हुए कहा, “एक डाकू पराक्रमी हो सकता है लेकिन उसे चोरी का सामान वापस करना होगा। उन लोगों ने संविधान को ध्वस्त कर दिया। संसद के पास ये शक्ति नहीं कि वो विशेष दर्जा छीन सके।” महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जो लोग ये सोच रहे हैं कि हम कश्मीर को छोड़ देंगे वो बड़ी गलती कर रहे है।
PDP सांसदों को विरोध स्वरूप सदन में देना होगा इस्तीफा: महबूबा मुफ्ती