7 अगस्त 2020 को भारत में महाराष्ट्र के देवलाली नासिक के पास से चलकर बिहार के दानापुर तक चली थी पहली किसान ट्रेन
नई दिल्ली। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कर्नाटक से सीधे फलों और सब्जियों का वितरण हो पाएगा। एक नई योजना के अनुसार रेलवे ने दक्षिणी भारतीय शहर अनंतपुर से नई दिल्ली के बीच किसान रेल का संचालन शुरू कर दिया है यह देश की दूसरी और दक्षिण भारत की पहली किसान रेल होगी जिसमें जिसका उद्घाटन केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर करेंगे। इस ट्रेन को आज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सुबह हरी झंडी दिखा कर किया।
किसानों को मिलेगा बेहतर दाम
उत्तरी और दक्षिणी भारत को जोड़ने के लिए और खासकर किसानों के लिए चलाई गई है ट्रेन उन किसानों के लिए वरदान साबित होगी जो ट्रांसपोर्ट के अभाव में अपने ही क्षेत्र तक सीमित है। सरकार का कहना है कि इस किसान रेल के चलने से आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के अनार, खरबूजा, पपीता, अमरूद, टमाटर सहित अन्य फल और सब्जियों की आपूर्ति दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में आसानी से हो सकेगी।
फल और सब्जी के रेट कम रखने में मिलेगी मदद
इस योजना के तहत अब आसमान छू रही सब्जियों की कीमतों में गिरावट आने के भी आसार दिखेंगे क्योंकि जब दक्षिण भारत के फल और सब्जी मंडी और से उत्तरी भारत में सप्लाई होगी तो यहां के आसपास के किसानों पर लोड कम होगा और बाजार में भारी मात्रा में वस्तुएं मौजूद होने की वजह से मूल्यों में गिरावट आएगी। आपको बता दें कि दक्षिण भारत में फसलों के मामले में टमाटर या अन्य वस्तुएं जैसे मिर्च प्याज इन सब की खेती बेहद अच्छी क्वालिटी की होती है।
पहली किसान रेल चली थी अगस्त में
भारत में किसानों के लिए रेल चलाने की शुरुआत 7 अगस्त 2020 से हुई थी महाराष्ट्र के देवलाली नासिक के पास से चलकर बिहार के दानापुर तक जाने वाली पहली भारतीय किसान रेल की शुरुआत की गई जिसका मकसद था किसानों को लाभ पहुंचाना। अब दक्षिण भारत को उत्तर भारत से जुड़ने के लिए यह दूसरी किसान ट्रेन की शुरुआत की गई है जिसका लाभ किसानों को मिलेगा। खासतौर से जल्दी खराब होने वाली उपज के परिवहन में मदद मिलेगी, और यह पहल किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने में सहायक होगी।