ऋषिकेश: उत्तराखंड में सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का सोमवार से शुभारंभ हो गया है। सरकार और स्थानीय प्रशासन की पूरी कोशिश रहेगी कि, योग के जरिए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। योग महोत्सव का आगाज उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा किया गया। योग महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और भारतीय अखाड़ा परिषद नरेंद्र गिरी, पतंजली योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण ने दीप जलाकर
योग से बुराइयों का होता है अंत
योग महोत्सव के शुभारंभ करने के बाद कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि, मुनिकीरेती व ऋषिकेश के ऋषि मुनियों की भूमि होने के कारण योग नगरी के रूप में विश्व में प्रख्यात हुई है। योग का महत्व मनुष्य के अंदर की बुराइयों को खत्म करता है। इस दौरान सुबोधन उनियाल ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि, उन्होंने योग को दुनिया में प्रचारित किया है। जिसका संदेश पूरी दुनिया में जाएगा।
योग हर बीमारी का इलाज
पतंजली के आचार्य बाल कृष्ण ने कहा कि, कोरोना काल में योग काफी उपयोगी साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि, लगातार योग करने से बीमारियां इंसान के पास नहीं आती हैं। दुनिया की किसी भी दवाई से बीमारी नहीं ठीक होती है। उसका इलाज सिर्फ योग ही है। उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद के बल पर दुनिया में जीवन के प्रति जागृति लाई जा सकती है। बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना काल में जिसने भी योग किया उसको किसी भी प्रकार के बीमारी नहीं हुई।
योग का मतलब आत्मा से परमात्मा का मिलन
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा योग का असली मतलब है आत्मा से परमात्मा का मिलन करवाना। योग मनुष्य को समाधि की तरफ ले जाता है। योग को करने के लिए इंसान को अपनी दिनचर्या में बदलाव करने की जरूरत है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड ने कहा कि योग हमारी प्रचीन सभ्यता है। जिसके प्रचार प्रसार में पीएम मोदी का बड़ा योगदान रहा है। जिसके कारण आज देश ही बल्कि पूरी दुनिया में योग के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। इस दौरान रांगड ने कहा कि जो लोग आज योग सीख रहे हैं वो पूरी दुनिया में योग का प्रचार प्रसार करेंगे।