कृषि कानूनों का आज 26वें दिन हैं. देश का अन्नदाता पिछले 25 दिनों से राजधारी की सीमाओं पर संघर्ष कर रहा है. किसान सरकार पर तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिये दबाव बना रहा है. वहीं सरकार का कहना है कि हमने बड़ी समस्याओं का हल कर दिया है बाकि बची हुई परेशानियों का हल भी वार्ता से निकाला जाएगा. लेकिन किसान कानूनों में संशोधन नहीं कानून को रद्द करवाने पर अड़ा हुआ है.
आज किसानों की भूख हड़ताल
आज किसानों की भूख हड़ताल है. किसानों ने सरकार को पत्र लिख भूख हड़ताल के बारे में अवगत करवाया है. कृषि कानूनों के खिलाफ ये किसान आज एक दिन की भूख हड़ताल कर रहे हैं. इससे पहले भी किसान एक दिन की भूख हड़ताल कर चुके हैं. किसानों से मिली जानकारी के मुताबिक, 21 दिसंबर को किसान सभी धरना स्थलों पर 24 घंटे की भूख हड़ताल करेंगे. सभी स्थानों पर 11 सदस्य भूख हड़ताल शुरू करेंगे. साथ ही उन्होंने देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे लोगों से भी एक दिन का उपवास रखने की अपील की.
सरकार ने किसानों को वार्ता के लिये बुलाया
सरकार की तरफ से 40 किसान संगठनों को निमंत्रण पत्र लिखा गया है. पत्र के जरिये सरकार ने किसान संगठनों को एक बार फिर से वार्ता के लिये बुलाया है. सरकार ने किसानों को निमंत्रण देने के साथ साथ वार्ता की तारीख तय कर बताने को भी कहा है. आपको बता दें कि किसानों से वार्ता के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में मंत्रिस्तरीय एक समिति गठित की थी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी इसके सदस्य हैं. इससे पहले किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बैठके हो चुकी हैं. लेकिन इन बैठकों से कोई नतीजा नहीं निकला है. यही नहीं किसान गृह मंत्री अमित शाह से भी बातचीत कर चुके हैं.
किसानों का आगे का प्लान
21 दिसंबर की हड़ताल के बाद किसानों ने आगे की रणनीति भी बना ली है. किसानों की तरफ से जानकारी मिली है कि 23 दिसंबर को किसानों की तरफ से किसान दिवस मनाया जाएगा. इसके बाद हरियाणा में 25 से 27 दिसंबर तक सभी राजमार्गों पर टोल टैक्स वसूली को रोक देंगे. हरियाणा के किसान इसमें अपनी भागीदारी दर्ज करेंगे.