उत्तराखंड। कोरोना काल के चलते स्कूल काॅलेज पिछले कई महिनों से बंद है ऐसे में 10वीं, 12वीं के बोर्ड परिक्षा की तैयारी करना छात्रों के लिए एक चैलेंज से कम नहीं है। कई राज्यों में स्कूल काॅलेज बंद तो वहीं कई सूबों में पढ़ाई शुरु हो गई है। डिग्री काॅलेज तो ज्यादारत राज्यों में खुल गए है और पढ़ाई हो रही है, लेकिन ज्यादातर राज्यों में स्कूली बच्चें आॅनलाइन किलास के जरिए अपना सिलेबस पूरा कर रहे है। कोरोना काल और सोसल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परिक्षा को सिलेबर इस बार सिर्फ 70 फीसदी ही कर दिया गया है।
नए साल के तौफे में देशवासियों को कोरोना की वैक्सीन मिल गई। पिछले सात या आठ महिनों से घर बैठे छात्रों के लिए इससे अच्छी खबर क्या हो सकती है। वैक्सीन के आने के साथ साथ राज्य सरकारों ने अब स्कूल काॅलेज खोलने पर ध्यान देना शुरु कर दिया है। छात्रों की पढ़ाई का ज्यादा नुकसान ना हो इसलिए अब स्कूल काॅलेज खोले जा रहे हैं। लेकिन यह स्कूल कई शर्तों पर खोले जाएंगे। छात्रों की पढ़ाई अगल अगल बैच में होगी।
इसी कड़ी में उत्तराखंड शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा सत्र 2021.22 में अवकाश का वार्षिक कैलेंडर जारी किया है। जिसके तहत राज्य के सरकारी स्कूलों में 48 दिन ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन अवकाश रहेंगे। वहीं पर्वतीय क्षेत्र के स्कूलों में 244 दिन और मैदानी क्षेत्र के स्कूलों में 240 दिन पढ़ाई होगी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर की ओर से जारी कैलेंडर के मुताबिक ग्रीष्मकालीन स्कूलों में इस बार 27 मई से 30 जून तक 35 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश और एक से 13 जनवरी तक 13 दिन का शीतकालीन अवकाश मिलेगा। शीतकालीन स्कूलों में 20 से 30 जून तक 11 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश और 26 दिसंबर से 31 जनवरी तक 37 दिन का शीतकालीन अवकाश मिलेगा।
शिक्षा सत्र के दौरान शीतकालीन स्कूलों में 244 दिन पढ़ाई होगी। जबकि ग्रीष्मकालीन स्कूल 240 दिन खुलेंगे। रविवार, शीतकालीन अवकाश और ग्रीष्मकालीन अवकाश के रूप में शीतकालीन स्कूल 73 दिन बंद रहेंगे। जबकि ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 77 दिन छुट्टी रहेगी।