साल 2016 अपने आखिरी पड़ाव पर है, बस कुछ ही दिनों में पूरा विश्व एक कदम आगे बढ़कर 2017 की नई उम्मीदां में प्रवेश करने वाला है। साल 2016 कई मायनां में विश्व भर के लिए खास रहा। कई राजनीतिक उठापटक ने पूरे दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित किया, तो कुछ घटनाआें ने लोगों की आंखां को नम कर दिया। इसी साल अमेरिका को उनका नया राष्ट्रपति मिला, तो पाकिस्तान को नया सेना प्रमुख। कई विषयां को लेकर विश्व स्तर पर बहस जारी रही जोकि वर्ष 2017 में भी जारी रहगी, ऐसे में एक सरसरी निगाह डालें तो साल 2016 को विश्व भर के लिए मिला जुला माना जा सकता है। आइए आपको बताते हैं कि कैसा रहा विश्वस्तर पर वर्ष 2016
अमेरिका के राष्ट्रपति बने ट्रंप-
विश्व की राजनीति में इस साल का अंत अमेरिका को नए राष्ट्रपति देने के साथ हुआ। हेलेरी क्लिंटन को हराकर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका ने नए राष्ट्रपति बने। ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने। ट्रंप ने निर्वाचन मंडल के 288 मत हासिल करके शानदार जीत हासिल की जबकि हिलेरी को 215 मत मिले, इसके साथ ही अमेरिका को पहली महिला राष्ट्रपति के मिलने की संभावनाएं भी समाप्त हो गईं। काफी समय से लगेातर अमेरिका का चुनाव विश्व की राजनीति पर सबसे अहम विषय बना हुआ था, लोगों को ऐसी उम्मीद थी कि हिलेरी, ट्रंप पर भारी पड़ सकती हैं पर इससे परे ट्रंप ने पूरे दुनिया को चौंकाते हुए विश्व के सबसे ताकतवर गद्दी पर बैठे।
इससे पहले ट्रंप ने कई सारे कट्टरमुस्लिम विरोधी बयान दिए जिससे ऐसा लग रहा था कि ट्रंप अपने बयानों को चलते लोगों के बीच अपनी पहुंच नहीं बना पाएंगे। हालांकि कई मायनों से ट्रंप का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए फायदे का सौदा है। कट्टरपंथी विचार धारा के समर्थक माने जाने वाले ट्रंप से भारत को कई मामलों मे फायदा हो सकता है, ऐसा भी माना जा रहा है कि ट्रंप के सत्ता मे आने के बाद से कट्टर इस्लामिक आतंकी ताकतों को रोकने में काफी मदद मिल सकती है। अपने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचारों के दौरान ट्रंप भारत के समर्थन में संबोधन करते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी नारे का अपने चुनाव प्रचार के दौरान ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ नारे का उन्होने इस्तेमाल किया था। इसके साथ ही उन्हाेंने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की है। अपने प्रचार के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वो हिंदुत्व और भारतीय समाज के समर्थक हैं और जब वें राष्ट्रपति बनेंगे तो भारत के साथ संबंधों को और ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास करेंगे।
कमर जावेद बाजवा बने पाकिस्तान के नए सेना अध्यक्ष
आतंकवाद को लेकर विश्वस्तर पर अलग थलग पड़ने के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहिल शरीफ के रिटायरमेंट के दिन करीब आ रहे थे। 29 नवंबर को राहिल रिटायर होने वाले थे। इस बीच प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के 16वें आर्मी चीफ के तौर पर कमर जावेद बाजवा को नियुक्त किया। हालांकि पाकिस्तान में राहिल शरीफ के कार्यभार को और आगे बढ़ाने की मांग की जाती रही है लेकिन जनरल शरीफ ने अपने निर्धारित तिथि पर ही पदभार छोड़ दिया। नवनियुक्त सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा पैदल सेना के बलूच रेजीमेंट से हैं। जनरल बाजवा का कश्मीर और आतंकवाद के मसलों पर गहरा अनुभव रहा है।
बताया जा रहा है कि बाजवा का आतंकवाद को लेकर रुख काफी सख्त रहा है, जोकि भारत के लिए सकारात्मक सूचक हो सकता है। बाजवा ने अपने कई सारे बयानों में यह कहा था कि बढ़ रहे चरमपंथ से पाकिस्तान को भारत की अपेक्षा ज्यादा खतरा है। बाजवा व हयात को फोर-स्टार जनरल के रैंक पर पदोन्नति दी गई है, उन्होंने 29 नवंबर को अपना कार्यभार संभाल संभाला। सेनाप्रमुख बनने की दौड़ में बहावलपुर कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल रामदेई तथा मुल्तान कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल इशफाक नदीम भी शामिल थे।