नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के तेजी से पैर परासने से मुस्तैदी बढ़ गई। अब दिल्ली सरकार ने डॉक्टरों के लिए 2 शिफ्ट बना दी है। सुबह और शाम की शिफ्ट में काम करेंगे। उनकी शिफ्ट 14 दिनों की होगी और फिर उन्हें 14 दिन की छुट्टी दी जाएगी और इस छुट्टी में उन्हें अस्पताल के खर्चे पर होटलों पर रखा जाएगा।
बता दें कि इस बीच दिल्ली से ही कोरोना पर बड़ी खबर है। हजरत निजामुद्दीन दरगाह परिसर से करीब पौने दो सौ लोगों को कोरोना की जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इसमें करीब 15 देशों के 100 से ज्यादा नागरिक भी शामिल हैं। विदशियों में बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, इंग्लैंड और चीन के लोग शामिल हैं।
वहीं इन्हीं लोगों में से तमिलनाडु के रहने वाले एक शख्स की मौत भी हो गई है, लेकिन उसकी मौत की वजह अभी साफ नहीं है। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
इतना ही नहीं बताया जा रहा कि निजामुद्दीन परिसर में 1400 लोग मौदूज थे। जिसमें से 200 लोगों को कोराना की जांच के लिए ले जाया गया है। इन लोगों में 100 से ज्यादा लोग विदेशी है। दिल्ली में कोरोना को लेकर ये अबतक की सबसे बड़ी खबर है। क्योंकि अगर ये 200 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो दिल्ली को इसका काफी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों को अस्पलात में भर्ती कराया गया है उनको खांसी और बुखार की शिकायत थी।
इन लोगों की जांच के लिए निजामुद्दीन में WHO की टीम भी मौजूद थी। कोरोना को लेकर एक तरफ हर तरह के एहतियात बरतने की सलह दी जा रही है। लोगों को घरों में रहने की सलह दी जा रही है। इसके बाद इस तरह की खबर का सामने आना बहुत ही बड़ी चिंता का कारण बन सकती है। जिससे निपटना शायद केंद्र और राज्य सरकार दोनों का निपटना मुश्किल हो जाएगा।