नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र 17 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा। जानकारी के मुताबिक शनिवार को संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने दी है यह जानकारी दी राष्ट्रपति चुनाव की तेज हुई सियासी राजनीति के बीच सरकार ने यह फैसला लिया हैं।
आपकों बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में सभी सांसदो की वोटिंग सुनिश्चित कराने के लिहाज से मानसूत्र सत्र की बैठक इस बार पहले ही बुलाए जानें के अनुमान लगाए जा रहे थे।
जहां करीब महीने भर वाले इस सत्र के दौरान जहां देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा राजनीतिक मेर्चे पर इस बार किसान की बदहाली को लेकर हो रहे आंदोलन से लेकर नई नौकरियां पैदा नहीं होने के सवाल पर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी गरमाहट दिखेगी।
बता दें कि नए रोजगार में सृजन में आई भारी गिरावट जीडीपी की विकास दर घटने से लेकर जम्मू-कश्मीर के खराब हालात इन सभी मुद्दो पर मॉनसून सत्र के दौरान गर्म रहने की उम्मीद हैं।
गौरतलब हैं कि ससंद का शीतकालीन सत्र काफी हंगामें वाला था लेकिन कामकाज के लिहाज से बजट सत्र ऐतिहासिक रहा था इस दौरान जब बजट पास करने से संबंधित सभी कार्यवाही लोकसभा व राज्यसभा दोनों में 31 मार्च से पहले ही पूरी कर ली गई इसकी बदौलत बजट के प्रावधानों को लागू करने का काम अब नए वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल से ही शुरु हो चुका हैं।
शीतकालीन सत्र पूरे बजट सत्र के दौरान सरकार लोकसभा में 24 बिल और राज्यसभा में 14 बिल पास करा पाई 18 बिल ऐसे थे जिसे सरकार ने दोनों सदनों में पास कराने में सफलता पाई सरकार के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 10 साल से ज्यादा लटका हुआ जीएसटी बिल लोकसभा व राज्यसभा दोनों सदनो में पास हो गया।