नई दिल्ली। जहां एक ओर पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जश्न में डूबा हुआ है वहीं एक बार फिर पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कश्मीर की आजादी का राग अलापा है। लेकिन इन सबके बीच अहमदाबाद की सिर्फ 13 साल की 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली छोटी सी बच्ची तंजीम मेरानी ने इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की ठानी है और इसे के चलते वो अहमदाबाद से कश्मीर के लिए 11 अगस्त को अपने घर से रवाना हो चुकी हैं।
इस बारे में मीडिया से बात करते हुए तंजीम ने कहा कि वह हमेशा से सुनती आ रही है कि भारत का अभिन्न हिस्सा होने के बाद भी कश्मीर में पाकिस्तान या आईएसआईएस का झंडा फहरता है, लेकिन उन्हें ये बात अक्सर खटकती है और इसीलिए वो कश्मीर में तिरंगा फहराना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वहां जाने के लिए हमें कोई परमीशन नहीं चाहिए, क्योंकि ये हम सबका हक है।
अपनी बेटी के इस फैसले पर तंजीम का पूरा परिवार भी उनके साथ है।
मीडिया से रुबरु होते हुए तंजीम के पिता ने बताया कि अगर लाल चौक पर तिरंगा फहराने की इजाजत सरकार ने उन्हें नहीं दी तो वह भूख हड़ताल करेंगे। तंजीम की इस मुहिम में वे अकेली नहीं है बल्कि आगरा के गोविंद पाराशर और जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार को चुनौती देने वाली 15 साल की जाह्नवी ने भी लाल चौक पर तिरंगा फहराने की ख्वाहिश जाहिर की है।