नई दिल्ली। किसान आंदोलन को आज 58वां दिन है और शुक्रवार यानी आज किसान संगठन और सरकार के बीच 11वें दौर की वार्ता होनी है। गुरुवार को हुई किसानों की मीटिंग में बात नहीं बनी और संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कानून रद्द करने की मांग की। इसी के साथ गणतंत्र दिवस पर किसानों की टैक्टर रैली को लेकर किसानों की पुलिस विभाग के अधिकारियों से बातचीत हुई लेकिन उसमें भी कोई नतीजा नहीं निकला। अब आज दोपहर होने वाली 11वें दौर की वार्ता पर सबकी निगाहें बनी हुईं है।
आपको बतादें कि बुद्वार को सरकार और किसानों के बीच हुई 10वें दौर की बैठक में सरकार की तरफ से कानून को दो साल तक के लिए रोककर रखने का पस्ताव किसानों के सामने रखा गया था और कहा गया था कि एक कमेटी बनेगी जिसमें किसान और सरकार दोनों पक्षों के सदस्य शामिल होंगे। इसके बाद कल यानी गुरुवार को किसानों ने एक बैठक की जिसमे सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा की गई और बात न बनने पर किसानों ने अपना फैसला सुना दिया और सरकार के प्रस्ताव को खारिज करते हुए कानून रद्द करने की मांग की। आज दोपहर 12 बजे किसानों और सरकार के बीच 11वें दौर की चर्चा होगी जिसमें किसानों के द्वारा लिया गया फैसला सरकार के सामने रखा जाएगा। अब देखना होगा कि सरकार का अगला कदम क्या होता है। वहीं दूसरी और किसान संगठन 26 जनवरी को टैक्टर रैली निकालने की जिद पर अड़े हुए हैं। गुरुवार को किसानों की पुलस अधिकारियों के साथ टैक्टर रैली को लेकर एक बैठक हुई जिसमें पुलिस ने रैली निकालने की इजाजत नहीं दी।
सरकार के प्रस्ताव के बाद लग रहा था कि शायद अब गतिरोध खत्म हो जाएगा लेकिन किसानों के द्वारा प्रस्ताव ठुकराए जाने के बाद देखना होगा कि अब यह मामला और कितना लंबा खिचता है।