- नैनीताल || भारत खबर
छह दिवसीय 118वें नंदा देवी महोत्सव का शुक्रवार को नैनीताल में समापन हुआ। इस वर्ष कोरोना के कारण देवी नंद और सुनंदा की मूर्तियों को ले जाने वाली पालकी को शहर के चारों ओर नहीं ले जाया गया, बल्कि नैना देवी मंदिर परिसर में ले जाया गया और फिर नैनी झील में विसर्जित कर दिया गया।
इससे पहले सुबह मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हुई। लगभग 12:15 बजे देवी-देवताओं की मूर्तियों को झील में विसर्जित करने से पहले मंदिर परिसर के अंदर ले जाया गया।
चूंकि इस वर्ष Corona प्रतिबंधों के कारण Nanda Devi Festival में कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं थे, इसलिए भक्तों के लिए अनुष्ठानों के प्रसारण की विशेष व्यवस्था की गई थी। विभिन्न अनुष्ठानों को एक स्थानीय टेलीविजन चैनल, यूट्यूब और सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारित किया गया।
इसने न केवल स्थानीय भक्तों को बल्कि दुनिया भर के देवी-देवताओं की अनुष्ठान पूजा को देखने में सक्षम बनाया। नैनीताल के विधायक संजीव आर्य, नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट विनोद कुमार, आयोजन निकाय के प्रमुख- श्री राम सेवक सभा, मनोज साह के साथ अन्य पदाधिकारी, स्थानीय अधिकारी और श्रद्धालु भी समापन के दिन उपस्थित थे।