featured जम्मू - कश्मीर

वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पॉजिटिव

jammu and kashmir 1.jpg 2 1 वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पॉजिटिव

भारत खबर

वैष्णों देवी के कपाट खुलने के से तीन पहले ही बुरी खबर सामने आई है। माता वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं।

जम्मू। वैष्णों देवी के कपाट खुलने के से तीन पहले ही बुरी खबर सामने आई है। माता वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। फिलहाल यात्रा रोकने का प्रशासन ने कोई फैसला नहीं लिया गया है। पिछले तीनों में वैष्णो देवी भवन के पांच पुजारी, चार सेवादार और दो सुरक्षाकर्मी कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। भवन में कोरोना पाजिटीव लोगों के पाए जाने के बाद यात्रा को लेकर संशय बना हुआ है। श्री माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमाार के अनुसार अभी तक यात्रा को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। सरकार के तय कार्यक्रम के तहत ही वैष्णो देवी की यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी। इस समय वी श्रीनगर में हैं और शाम को एलजी मनोज सिन्हा से मिलेंगे।  

सरकार ने जम्मू कश्मीर में 16 अगस्त से धार्मिक स्थलों के कपाट खुल जाएंगे। श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए बाहरी राज्यों के पांच हजार श्रद्धालुओं को ही रोजाना दर्शन करने की अनुमति दी गई है। बुकिंग कांउटर पर भीड़ जमा नहीं हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आन लाइन बुकिंग करने का फैसला लिया है। सरकार ने इसके लिए एसओपी जारी कर दी है। बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का सबसे पहले कोरोना टेस्ट होगा और उन्हें क्वारंटीन मुें रखा जाएगा। उसके बाद ही उन्हें दर्शनों के लिए जाने दिया जाएगा। जम्मू से श्रद्धालुओं को पहले दर्शन करने के लिए भेजा जाएगा।

https://www.bharatkhabar.com/will-sanjay-dutt-not-be-seen-in-kgf-2/

एसओपी का होगा सख्ती से पालन

श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल करीब एक करोड लोग दर्शनों के लिए आते थे। कोरोना की वजह से धार्मिक स्थलों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। जम्मू कश्मीर में भी 24 मार्च को लाॅकडाउन लग गया था। जुलाई महीने में स्थानीय मंदिरों को खोल दिया गया था। प्रमुख धार्मिक स्थल बंद रखने के आदेश लागू रहे। सरकार ने रियासी जिला प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को आदेश दिया है कि वह एसओपी का सख्ती से पालन कराएं। किसी भी श्रद्धालु को मास्क के बिना नहीं जाने दिया जाएगा। प्रत्येक श्रद्धालु के बीच छह फीट का फासला होना चाहिए। एसओपी अनुसार दस साल की उम्र से कम बच्च, गर्भवती महिलाएं और 60 से अधिक उम्र के बुजुर्गो को दर्शन करने की मनाही है।  बाहर से कोई भी वस्तु, प्रसाद आदि लाने की भी मनाही गाईडलाइन में दी गई है।

 

Related posts

जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में पुलिस-सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग टीम पर फायरिंग

bharatkhabar

गोरखपुर- अस्पताल में चलता मौत का तांडव, 8 बच्चों की हुई मौत

Pradeep sharma

31 साल बाद पकड़ा गया 30 रुपए चुराने वाला भगौड़ा,  फिर कोर्ट ने दी माफी

Rahul