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बाइक घोटाले के आरोपी के घर की हुयी कुर्की

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बाइक घोटाले प्रदेश में चर्चा विषय बना हुआ। इसके आरोपी अभी भी फ़रार चल रहे है।जिसमें प्रमुख रूप से मुख्य आरोपी बद्रीनाथ तिवारी तलाश पुलिस कर रही है लेकिन अभी तक पुलिस ल के हाथ ख़ाली है।जिसके बाद चर्चित बाइक बोट घोटाले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी बद्रीनाथ तिवारी के घर की कुर्की ईओडब्ल्यू मेरठ यूनिट और लखनऊ पुलिस ने की है.

मेरठ ईओडब्ल्यू की टीम ने बाइक बोट घोटाले के आरोपी बीएन तिवारी के लखनऊ के गोमती नगर थाना क्षेत्र स्थित घर की कुर्की की. पुलिस मुख्य आरोपी बीएन तिवारी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है।जिसके बाद यह कर्रवाई गौतमबुद्धनगर के दादरी थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है. वहीं बाइक बोट घोटाले में मुख्य आरोपी बद्रीनाथ तिवारी पर प्रदेश के कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं. बद्रीनाथ ने निवेशकों की सैकड़ों करोड़ की रकम को अपनी दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर किया था और फिर फरार हो गया. वहीं पुलिस फरार मुख्य आरोपी बद्रीनाथ की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन सफलता नहीं मिली.

गिरफ्तारी न हो पाने पर पिछले दिनों आरोपी के घर पर चस्पा हुआ था कुर्की का नोटिस

दरअसल 4200 करोड़ रुपए के बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपी बद्रीनाथ तिवारी की गिरफ्तारी न हो पाने के कारण पिछले दिनों उसके घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया था. लेकिन फिर भी वह कोर्ट के सामने हाजिर नहीं हुआ. अब ईओडब्ल्यू मेरठ की यूनिट और लखनऊ पुलिस ने मिलकर गोमती नगर के विवेक खंड स्थित बद्रीनाथ के आवास की कुर्की की है. बद्रीनाथ तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने बाइक बोट घोटाले के सैकड़ों करोड़ रुपए को अपने दूसरी कंपनियों के खातों में ट्रांसफर किया. वहीं इस घोटाले की रकम को अपने न्यूज चैनल को चलाने के लिए भी इस्तेमाल किया है. पुलिस महानिदेशक आर्थिक अपराध अनुसंधान आरपी सिंह ने इस पूरी कार्रवाई की पुष्टि की है.

ऐसे हुआ था घोटाला

ग्रेटर नोएडा के रहने वाले संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव के नाम से कंपनी खोली और जिसको बाइक बोट नाम दिया. कंपनी ने बाइक लगवाने के लिए अपने निवेशकों से 62100 रुपए लिए गए और एक साल में दोगुना वापस करने का झांसा दिया गया. कुछ लोगों को यह रकम पहले ही दे दी गई. इसके बाद लोगों ने और ज्यादा पैसे निवेश करना शुरू किया लेकिन बाद में कंपनी भाग गई. इस घोटाले में निवेशकों का 4200 करोड़ से ज्यादा पैसा डूब गया. इस मामले में कुल 48 आरोपी पुलिस ने बनाए

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