नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के वकील सतीश मिश्रा ने बुधवार को कहा है कि राजनीतिक बदले की भावना से मायावती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आय से अधिक संपति का मामला दायर किया गया है। यह कोई जनहित याचिका नहीं है। मायावती के वकील के मुताबिक उन्होंने प्रारंभिक पक्ष पर आपत्ति जताई है। वह कह चुके हैं कि याचिकाकर्ता एक असंतुष्ट व्यक्ति है जो कि बसपा का सदस्य रह चुका है। वह 2007 में चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसे टिकट नहीं दिया गया। जिसके कारण वह क्रोधित हो गया और उसने बदले की भावना से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाल दी।
उन्होंने कहा कि इन सभी पहलुओं और मुद्दों पर विचार किया जाएगा क्योंकि अदालत ने आज की सुनवाई में मायावती के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के निर्देश नहीं दिए हैं। अदालत ने कहा है कि वह बाद में मामले की सुनवाई करेगी। जानकारी हो कि उच्चतम न्यायालय उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा अध्यक्ष मायावती के आय से अधिक संपत्ति मामले पर सुनवाई करने को तैयार हो गया है। मायावती के खिलाफ दायर एक याचिका में याचिकाकर्ता ने नई एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।