एजेंसी, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने ट्विटर पर अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए एक बार फिर से चर्चा में हैं। महागठबंधन में सीटें मांगने वाले तेजप्रताप ने अपने ट्विटर एकाउंट पर राष्ट्रकवि दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां शेयर कर अपने ही छोटे भाई पर वार कर दिया। इस पर विरोधियों ने चुटकी लेनी शुरू की तो ट्विटर पर ही उन्होंने विरोधियों को जवाब दिया। तेजप्रताप ने ट्वीट किया कि जो भी मेरे और मेरे परिवार के बीच आएगा उसका सर्वनाश निश्चित है।
बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारा और उम्मीदवारों की घोषणा के बाद तेजप्रताप की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई। अपने ही ससुर चंद्रिका राय को राजद की पारंपरिक सीट सारण से टिकट दिए जाने के बाद से तेजप्रताप का बागी तेवर दिखने लगा है। कारण कि वह अपनी पत्नी ऐश्वर्या के साथ नहीं रहना चाहते है और दोनों के तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
दुर्योधन वह भी दे ना सका,
-तेज प्रताप यादव का ट्वीट
आशीष समाज की ले न सका,
उलटे, हरि को बाँधने चला,
जो था असाध्य, साधने चला।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।
दरअसल, 28 मार्च को छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा देने वाले तेजप्रताप ने राजद से अलग लालू राबड़ी मोर्चा की घोषणा कर दी और तेजस्वी के आगे महागठबंधन में ही सीटों की मांग कर दी। परिवार की इस उथल-पुथल के बीच लालू प्रसाद की मुलाकात के बाद तेजस्वी को स्थितियों को दरकिनार करते हुए चुनावी मिशन में लगने का निर्देश मिला। इधर, तेजप्रताप ने राष्ट्रकवि दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां ट्वीट कर दी।