अमेरिका – बाइडेन सरकार ने अपनी विदेश नीति में भारत को अहम जगह देने के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका का अहम साझेदार करार दिया और कहा कि अमेरिका, भारत के वैश्विक शक्ति के रूप में उभार और क्षेत्र की सुरक्षा में उसकी भूमिका का स्वागत करता है।
जाने क्या बोले अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस-
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की। यह पिछले 15 दिनों में दूसरी बार है जब अमेरिकी विदेश मंत्री ने एस. जयशंकर से बात की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका की साझेदारी और अपनी साझा चिंताओं पर चर्चा की। म्यांमार में हालात को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग की अहमियत पर विस्तार से चर्चा हुई। प्राइस ने कहा, दोनों पक्षों ने क्वैड (QUAD) समेत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। क्वैड में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल है। प्राइस ने कहा कि भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी के कई आयाम हैं और इसका दायरा काफी विस्तृत है। प्राइस ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय संगठनों में मिलकर काम कर रहे हैं। अमेरिका भारत का सबसे अहम व्यापारिक साझेदार भी है और साल 2019 में दोनों देशों के बीच 146 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने कहा था कि चीन के खिलाफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सख्त रुख बिल्कुल सही था। ब्लिंकेन ने संकेत दिए कि बाइडेन प्रशासन भी चीन के खिलाफ मजबूती से खड़ा होगा।