उप राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने कहा है कि वे सिख समुदाय के पराक्रम,प्रतिबद्धता और मानवता के प्रति उनकी सेवाओं को सलाम करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा अविश्वास,पूर्वाग्रह और असहिष्णुता से भरे मौजूदा समय में ये गुण और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।आपको बता दें कि नायडू ने आज नई दिल्ली में ‘प्रोमिनेंट सिख्स ऑफ इंडिया’ पुस्तक का विमोचन किया।
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पुस्तक के विमोचन के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि इस पुस्तक में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 50 जाने-माने सिखों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है। यह पुस्तक सिख धर्म के प्रवर्तक गुरूनानक देव जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। प्रभलीन सिंह द्वारा लिखी गई यह पुस्तक पंजाब विश्वविद्यालय की ओर से प्रकाशित की गई है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि गुरूनानक जी ने जाति, धर्म और समुदाय में भेदभाव किए बिना निर्धनतम लोगों की सेवा कर देश के लिए बड़ा योगदान किया। उन्होंने एक ऐसे समाज की नींव रखी जिसका मुख्य कर्तव्य लोगों की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान करना है। उन्होंने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी सिख हमेशा देश रक्षा के लिए आगे आए।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था ज्यादा तेज गति से प्रगति कर रही है। उन्होंने प्रगति के रास्ते में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट प्रयास का आह्वान किया। नायडू ने कहा कि हमें चुनौतियों को अवसरों में बदलना होगा और प्रगति की रफ्तार बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि देश की 65 प्रतिशत युवा आबादी बदलाव का सशक्त माध्यम बनते हुए देश को नई उंचाइयों पर ले जाने का काम कर सकती है।नायडू ने कहा कि युवाओं को इतिहास में अपनी छाप छोड़ने वाले महान नेताओं के जीवन और उपलब्धियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा कर्तव्य बनता है कि हम युवाओं को राष्ट्र निर्माण के कार्यों से जुड़ने और प्रगति में योगदान के लिए प्रेरित करें।