नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल बुधवार को संसद की वित्त मामलों की स्थायी समिति के सामने पेश होंगे। उर्जित को नोटबंदी से जुड़े सवालों का सामना करना होगा। संसदीय समिति के सामने उर्जित पटेल देश को नोटबंदी से क्या नुकसान हुए और क्या फायदे हुए इसके बारे में जानकारी देंगे।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता वीरप्पा मोइली के नेतृत्व में गठित स्थायी समिति के सदस्यों के सामने रिजर्व बैंक गवर्नर को नोटबंदी के बाद केंद्रीय बैंक की ओर से उठाये गये कदमों पर ब्योरा पेश करना होगा। इस समिति में आर्थिक मामले विभाग, राजस्व और वित्तीय सेवा विभाग के अलावा वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधियों को सदस्य बनाया गया है।
इसके अलावा, बुधवार को संसद की स्थायी समिति की होने वाली बैठक में इंडियन बैंक एसोसिएशन, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों के भी इस बैठक मौजूद रहने की संभावना है। इस बैठक में मुख्य रूप से नोटबंदी के 500 और 1000 के पुराने बड़े नोटों के बंद होने के बाद पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा भी हो सकती है।