लखनऊ।सपा के तीन फ्रंटल प्रकोष्ठ में अध्यक्षो की नियुक्ति होने के बाद अब नवनियुक्त अध्यक्षो पर खतरे के बादल मंडराने लगे है। सूत्रों की मानी जाए तो अभी फ्रंटल अध्यक्षो में एक बार फिर फेरबदल होना संभव है।बताया जा रहा की लखनऊ में 24 अक्टूबर को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के द्वारा प्रदेश मुख्यालय पर रखी गयी एक महवपूर्ण बैठक के दौरान अखिलेश और शिवपाल यादव समर्थको में हुई हाथापाई हुई थी।
यहाँ अखिलेश समर्थको की संख्या ज्यादा थी। वही शिवपाल समर्थक न के बराबर थे. इसका फायदा उठाकर अखिलेश समर्थको ने शिवपाल के कुछ समर्थको की पिटाई भी लगा दी। खुद शिवपाल यादव कार्यकर्ताओ को शांत करते दिखे. इसके विपरीत अखिलेश समर्थको ने उनके सामने ही मुख्यमंत्री के जबरदस्त नारे लगाकर शिवपाल का विरोध किया तथा ये सारे समर्थक भीड़ के साथ पार्टी कार्यालय में घुस गए।
इस बात से नाराज होकर शिवपाल यादव ने सभी को बहार करने का आदेश भी दिया था। सूत्रों की माने तो शिवपाल यादव के मन में यह टीस निकल नहीं पा रही है। सपा प्रदेश अध्यक्ष ने अभी कुछ दिन पूर्व प्रदेश के युवा संगठनों पर नए अध्यक्षो की नियुक्ति की है। ऐसे हालात में नवनियुक्त अध्यक्ष भी पार्टी कार्यालय पर नदारत दिखे। ऐसे ने माना जा रहा है कि युवा प्रकोष्ठ पर एक बार फिर बदलाव संभव है।
सूत्रों की मानी जाए तो शिवपाल यादव, मेरठ जानी क्षेत्र निवासी अमित जानी को प्रदेश युवजन सभा की कमान सौप सकते हैं, आगामी 4 नवंबर को इसकी औपचारिक घोषणा होना भी सभंव माना जा रहा है। बताते चले की 5 नवंबर को समाजवादी पार्टी लखनऊ के जनेश्वर मिश्र मैदान में अपना रजत जयंती कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इसके प्रचार के लिए अमित जानी 4 नवंबर को लखनऊ में एक बड़ा रोड शो आयोजित करने जा रहे है। इसकी तैयारी पूरी की जा रही है।अमित जानी का दावा है कि अमित जानी अपने हजारो युवा समर्थको के साथ लखनऊ में इस रोड शो को सफल बनाने में कामयाब होंगे।
(अकील सिद्दीकी,संवाददाता)