नई दिल्ली। प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार दिल्ली की बजाय लखनऊ के ऐशबाग में दशहरे के दिन आयोजित रामलीला मंे हिस्सा ले सकते हैं, हालांकि अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है पर ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि प्रधानमंत्री दशहरे के दिन लखनऊ मंे मौजूद रहेंगे। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी नेताओं के आग्रह पर इस बार प्रधानमंत्री के लखनऊ मंे रामलीला कार्यक्रम के दौरान हिस्सा लेने की उम्मीद की जा रही है। ऐसी भी खबरे है कि बीजेपी लखनऊ के कार्यकर्ताओं ने संभावित कार्यक्रम की तैयारी भी शुरु कर दी है।
लखनऊ के मेयर और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा श्रीरामलीला समिति ऐशबाग के संरक्षक हैं। उन्होंने बताया कि कालीकट में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस रामलीला में आने का अनुरोध किया था। गौरतलब है कि बीजेपी ने तय किया है कि राज्य में आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री महीने में कम से कम एक बार उत्तर प्रदेश जरूर आएं. बीजेपी का कहना है कि दशहरे पर पीएम के लखनऊ आने से कार्यकर्ताओं का जोश दोगना हो जाएगा।
बताया जाताहै कि ऐशबाग की रामलीला का पौराणिक महत्व भी है माना जाता है कि तुलसीदास द्वारा रामचरितमानस का सृजन करने के बाद उनके शिष्यों ने इस रामलीला की शुरुआत करीब तीन सौ वर्ष पूर्व की थी। यह रामलीला नवाबों के शासन काल से चली आ रही है, बताया जाता है कि 19वीं शताब्दी में श्रीरामलीला समिति ऐशबाग का पंजीकरण हुआ था। देखा जाए तो सभी प्रधानमंत्री अमूमन दशहरे के दिन दिल्ली से ही कार्यक्रम में शामिल होते है, मोदी अगर लखनऊ जाते हैं तो यह नई परंपरा की शुरुआत के साथ साथ भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में फायदेमंद भी साबित हो सकती है।