यूपी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी में बिना समाजवादी पार्टी और बसपा जैसी रजानीतिक पार्टियों के समर्थन के बिना चुनावी रण में उतरने को तैयार है। नीतीश कुमार दिसंबर से अत्तर प्रदेश में अपना चुनाव एजेंडा लेकर अभियान का आगाज करेंगे। संयुक्त रैलियों के द्वारा महागठबंधन को बढ़ाने के लिए नीतीश कुमार, आरएलडी प्रमुख अजित सिंह व बहुजन स्वाभिमान संघर्ष समिति (बीएस-4) आरके चौधरी की रैली एक साथ होंगी।
अपनी इस चुनावी अभियान में नीतीश कोशिश करेंगे कि प्रदेश में छोटे दलों का भी विलय कर सकें। डॉ. राम मनोहर लोहिया व राष्ट्रीय लोक दल के संसथापक चरण सिंह के अनुयायियों को एक मंच पर लाकर चौथे मोर्चे का गठन करने की भरपूर कोशिशें होंगी। राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता केसी त्यागी ने दावा किया है कि भाजपा को रोकने के लिए महागठबंधन बनाने में सपा व बसपा से सहयोग न मिल पाने के बाद भी अभियान की गति में कोई कमी नहीं आएगी।