नई दिल्ली। रामगोपाल को राज्यसभा के नेता पार्टी प्रवक्ता के साथ महासचिव व पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के तौर पर वापसी कर नेताजी ने साफ कर दिया कि वे पुरानी सभी बातों को भूल चुके हैं। इस बावत जब इस प्रकरण में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य वा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह से जब पूछा गया तो वे बड़ी साफगोई से जबाब देते गये।
उन्होने कहा कि पार्टी में मुखिया सबसे बड़ा होता है और नेताजी का जो निर्यण है वो चाहे जिसके लिए को मान्य है, रामगोपाल पर तंज कसते हुए अमर सिंह ने कहा कि रामगोपाल तो भीतरी व्यक्ति है वो पार्टी में बनें रहेंगे, रही बात मेरी मैं बाहरी था ही और रहूंगा। सही सदन में साथ काम करने की तो जैसे पहले करता रहा हूं वैसे ही करूंगा। परिवार में कोई विवाद नहीं था, जो कुछ था वो अब खत्म हो गया है।
हांलाकि अपनी पार्टी में वापसी पर रामगोपाल ने कहा कि मै तो घर में ही था,टेक्निकली पार्टी से निकाल दिया गया था लेकिन मै तो पार्टी में हमेशा था ।पार्टी में वापसी नेता जी की कृपा है,नेता जी कभी भी मेरे खिलाफ नहीं थे। आखिर रामगोपाल ने पार्टी में वापसी पर मुलायम सिंह को धन्यवाद दिया। लेकिन दूसरी बातों पर कुछ बोलने या जबाब देने से बड़ी साफगोई से मुकर गये।