लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी की आतंरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को पार्टी में चल रहे घमासान को खत्म करने के लिए कई बैठकों का दौर चला लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला। और अब परिवार पूरी तरह से दो गुटों में बंटता नजर आ रहा है। वहीं अब ऐसी खबरें आ रही है रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आवास पर विधायकों की एक बैठक बुलाई है जिसमें 170 से 180 विधायकों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि अखिलेश की इस अहम बैठक से पहले उनके चाचा शिवपाल ने अपने अयोध्या दौरे को रद्द कर दिया है। बता दें कि पार्टी में शिवपाल के सिर्फ 20 से 25 ही समर्थक है।
राज्यसंभा सांसद रामगोपाल ने कार्यकर्ताओं को लिखा पत्र, एकजुट होने की अपील:-
इसके अलावा राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर विरोधियों पर निशाना साधा है। इस पत्र में रागगोपाल यादव ने अखिलेश यादव का समर्थन करते हुए लिखा, सुलह की कोशिशे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यात्रा रोकने के लिए उठाया गया कदम है। सभी कार्यकर्ता अखिलेश के समर्थन में खड़े हो। हम अखिलेश के विरोधियों को किसी भी कीमत पर विधानसभा नहीं पहुंचने देंगे। क्योंकि अखिलेश की यात्रा विरोधियों के गले की फांस बन गई है। जो भी लोग सुलह कराने की कोशिश कर रहें है वो भ्रमित करने की इच्छा रखते है। जहां अखिलेश है सिर्फ वहीं जीत संभव है। बता दें कि इससे पहले भी राज्यसभा सांसद ने समाजवादी पार्टी के मुखिया को चिट्टी लिखी थी। जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर अखिलेश को लोगों के सामने पेश न करना उन्हें कमजोर करना होगा।
मुलायम की बैठक रही बेनतीजा:-
गौरतलब है कि शनिवार को अपने बेटे और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नाराजगी को देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को कई नेताओं से मुलाकात की जिनमें बेनी प्रसाद वर्मा, रेवतीरमण सिहं, नरेश अग्रवाल, माता प्रसाद पांडे और किरणमय नंदा को बुलाया था लेकिन ये बैठक बेनतीजा निकली।